पटना, १८ मई। अंतर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज के तत्त्वावधान में बुधवार को, गोलारोड स्थित इस्सयोग के उत्सव-भवन ‘एम एस एम बी भवन’ के ऊपरी तल पर प्रतिस्थापित, सूक्ष्म साधना पद्धति ‘इस्सयोग’ के प्रवर्त्तक और ‘अन्तर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज’ के संस्थापक महात्मा सुशील कुमार एवं माँ विजया जी की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा का अष्टम स्थापना-दिवस समारोह, श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया।संस्था की अध्यक्ष और ब्रह्मनिष्ठ सदगुरुमाता माँ विजया जी की दिव्य उपस्थिति में उनके निदेशानुसार संस्था के संयुक्त सचिव डा अनिल सुलभ द्वारा दीप-प्रज्वलन कर उत्सव का विधिवत उद्घाटन किया गया। इसके पूर्व संस्था के संयुक्त सचिव उमेश कुमार, शिवम् झा तथा कपिलेश्वर मण्डल ने सदगुरुदेव की मूर्ति का तथा संयुक्त सचिव सरोज गुटगुटिया, माया साहू एवं नीना एस गुप्ता ने गुरुमाँ की मूर्ति का क्रमशः दूध, दधी, मधु, घी और गंगा-जल से अभिषेक किया। इंग्लैंड से आए डा जेठानंद बैंकानी, लक्ष्मी प्रसाद साहू तथा प्रभात झा ने सदगुरु की मूर्ति पर तथा कमला बैंकानी, गायत्री राय और रूचि झा ने गुरुमाँ की मूर्ति पर वस्त्र अर्पित किए। संयुक्त सचिव अनंत कुमार साहू तथा राजेश कुमार ने मूर्तियों पर माल्यार्पण और वरिष्ठ साधिका मंजू देवी ने नैवेद्य अर्पित किया।दीप-प्रज्वलन के पश्चात सदगुरु के आह्वान की सामूहिक साधना की गई। इसके बाद माताजी के पाद-प्रच्छालन कर आरती की गई। एक घंटे के अखंड-संकीर्तन के पश्चात जगत-कल्याण हेतु ‘ब्रह्माण्ड-साधना’ एवं सर्व-धर्म-प्रार्थना की गई। १० मिनट तक गायत्री-मंत्र एवं महामृत्युंजय-मंत्र का समवेत स्वर में पाठ भी किया गया।इस अवसर पर इस्सयोगियों ने अपने श्रद्धा-उद्गार व्यक्त किए तथा गुरूकृपा से अपने जीवन में हुई अलौकिक अनुभूतियों को साझा किया। सदगुरुमाता माँ विजया जी के आशीर्वचन एवं महाप्रसाद के साथ मूर्ति-प्राण-प्रतिष्ठा दिवस समारोह का समापन हुआ।
