अजित सिंह की रिपोर्ट /बोकारो बोकारो जिले के चंदनक्यारी से साधारण परिवार से आने वाले गुदड़ी के लाल तीरंदाज गोल्डी मिश्रा ने भारत के गुजरात में हो रही 36 वी राष्ट्रीय खेल के तीरंदाजी प्रतियोगिता में झारखंड के बोकारो जिले का नाम पूरे देश में रोशन किया है।कहते हैं ना की प्रतिभा किसी साधन की मोहताज नहीं होती। अगर लगन और मेहनत सही दिशा में हो तो उसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आते हैं। बोकारो जिले के चंदनकियारी के एक गुदड़ी के लाल तीरंदाज गोल्डी मिश्रा ने महज़ 16 साल की उम्र में ही अपनी अथक परिश्रम, अभ्यास और दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत झारखंड के लिए गुजरात में आयोजित हो रहा है 36 वी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में तीरंदाजी मे गोल्ड लाकर कमाल कर दिया।बोकारो जिले के लिए यह खबर बेहद गर्व की अनुभूति कराता है। गोल्डी के घर की माली हालत बहुत अच्छी नहीं है। उसके पिता दुलाल मिश्रा पश्चिम बंगाल के संथालडीह में पॉकलेन ऑपरेटर हैं वहीं माता रेखा देवी गृहणी है। घर में खुशी उसकी बहन, दादी और चाचा और आसपास के लोग फफक कर रो पड़े। सभी के जुबां पर बस एक ही बात हैं “अपना गोल्डी ओलंपिक में मैडल लाएगा ज़रूर”।गोल्डी ने अपने घर के सामने खेत से बचपन से ही अभ्यास शुरू किया। बाद में तत्कालकिन खेल मंत्री सह वर्तमान चंदनकियरी विधायक अमर कुमार बाउरी के सहयोग से अभ्यास के लिए आर्चरी की व्यवस्था हुई। ताज्जुब की बात तो ये हैं की गोल्डी अपना तीरंदाजी का सामान भी विधायक अमर कुमार बाउरी के घर पर ही रखता था। बचपन से खेल में रुचि और पढ़ाई में भी गोल्डी मेघावी है। वर्तमान में चंदनकियारी+2 हाई स्कूल में इंटर का विद्यार्थी है और बोर्ड परीक्षा में कुल 416 अंक लाया है। गोल्डी तीन बहन और एक भाई है। ये सबसे छोटा है। शुरुआती समय में घर वाले खेलने से मना करते थे तो चोरी चुपके खेलने जाता था ।