कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के अवसर पर आज जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति संग्रहालय में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर बिहार विधान परिषद् के सभापति श्री देवेशचन्द्र ठाकुर, बिहार विधानसभा अध्यक्ष श्री अवध बिहारी चौधरी, उप मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, शिक्षा मंत्री श्री चन्द्रशेखर, खान एवं भूतत्व मंत्री श्री रामानंद यादव, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री ललित कुमार यादव, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार, पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्रीमती अनिता देवी, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री जितेन्द्र कुमार राय, विधि मंत्री श्री शमीम अहमद, सूचना प्रावैधिकी मंत्री मो0 इसराईल मंसूरी, श्रम संसाधन मंत्री श्री सुरेन्द्र राम, जननायक स्व० कर्पूरी ठाकुर के पुत्र श्री वीरेन्द्र ठाकुर, राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव श्री अरविंद कुमार सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव श्रीमती बंदना प्रेयसी, पटना प्रमंडल के आयुक्त श्री कुमार रवि, पटना के जिलाधिकारी श्री चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।इस अवसर पर राज्य सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा सर्वधर्म प्रार्थना आयोजित की गई तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर के जीवन एवं कृतित्व पर आधारित गीत की प्रस्तुति की गई।कार्यक्रम के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की आज पुण्यतिथि है। वर्ष 1988 में 64 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था । अगर वे जीवित होते तो राज्य ही नहीं बल्कि देश को भी और आगे ले जाते। वे 1 देशरत्न मार्ग, पटना में इसी स्थान पर रहते थे, हमलोग उनसे मिलने के लिए आया करते थे। उनकी जन्मतिथि और पुण्यतिथि पर हम यहां आते रहते हैं।बी०बी०सी० के कार्यालयों पर आयकर विभाग की कार्रवाई से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बी०बी०सी० पर हुए एक्शन से समझ लीजिए कि उनलोगों की इच्छा क्या है, यह बहुत स्पष्ट है। उनलोगों के खिलाफ कोई भी बोलेगा तो एक्शन होगा। हम लगातार समाधान यात्रा पर थे इसके बारे में और डिटेल पता करेंगे।पत्रकारों के अन्य सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाफ जिसको जो बोलना है और जो कहना है कहते रहें। हम रात-दिन लोगों की सेवा करने और काम करने में लगे रहते हैं। हम सबके हित में लगातार काम करते रहते हैं। किसी के हमारे खिलाफ बोलने से हमको कोई फर्क नहीं पड़ता है। जनता मालिक है। जनता सब देख रही है कि कौन क्या कर रहा है। हम पहले जो काम करते थे तो उसकी मीडिया में चर्चा होती थी, लेकिन आजकल वे लोग जो बोलते हैं उन्हीं की मीडिया में ज्यादा चर्चा होती है।पूर्व मंत्री श्री सुधाकर सिंह द्वारा सरकार को किसान विरोधी बताने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोग क्यों किसी के बयान का नोटिस ले रहे हैं। ये सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। कृषि रोडमैप बनाकर कृषि के क्षेत्र में विकास के कई काम किए गए हैं। हर क्षेत्र में तरक्की हुई है। समाधान यात्रा के दौरान हम घूमकर लोगों से बात कर रहे थे कि और क्या करने की जरुरत है। बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए हमलोग लगातार काम करते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में विकास किया जा रहा है। किसी को कुछ बोलना है वो बोलता रहे उस बयान का कोई मतलब नहीं। हमलोगों ने शुरु से ही कब क्या-क्या काम किया है, किन-किन क्षेत्रों में कितना काम किया है पता कर लें। शहर और गांव में कितना विकास हुआ है सब दिख रहा है। राज्य सरकार ने अपने संसाधनों के बल पर राज्य में विकास का काम किया है। कोई मेरे खिलाफ बोलेगा तो अपनी पार्टी का नेता बनेगा, जनता का नेता नहीं बनेगा। हमलोग साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जनता के हित में काम कर रहे हैं। हमलोगों के खिलाफ कोई बोलता है तो बोलता रहे।पार्लियामेंट में श्री गौतम अडाणी को लेकर जे०पी०सी० की मांग से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं कोई घटना घटती है तो पार्लियामेंट के सदस्यों को अपनी बातों को रखने का अधिकार है। जब हमलोग भी विपक्ष में थे तब भी उस समय की सरकार हमलोगों की बातों को सुनती थी। श्रद्धेय अटल जी की सरकार में हमलोग मंत्री थे तो श्रद्धेय अटल जी विरोधियों की भी बात सुनते थे।भारत को हिंदू राष्ट्र बनाए जाने से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भारत देश है यहां यह संभव नहीं है। विभिन्न धर्म को मानने वाले लोग यहां रहते हैं। इस देश के बारे में अगर कोई कुछ बोलता है तो उसकी कोई वैल्यू नहीं है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बात को छोड़कर किसी की बात को नहीं सुनना चाहिए। अगर कोई कुछ बोलता है तो समझिए वो देश को खत्म करना चाहता है। यह संभव नहीं है। अंत में गांधी जी की हत्या भी कर दी गई। बापू की बातों पर ही हमलोग आगे काम कर रहे हैं। उन्होंने जो देश के बारे में कहा है उसी को लेकर देश को आगे बढ़ना है। बाकी लोगों को जो बोलना है बोलते रहें, लोकसभा चुनाव में जनता फैसला करेगी।