कौशलेन्द्र पाण्डेय CIN ब्यूरो ; राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के थावे मंदिर में दर्शन के समय पुलिस द्वारा दी गई सुरक्षा पर भाजपा द्वारा घटिया और निम्न स्तरीय राजनीति करने और बेवजह बात को बतंगड़ बनाने का आरोप लगाया है।राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेता मानसिक रूप से इतने दिवालिया हो गए हैं कि उनकी मानवीय संवेदना भी मर चुकी है। लालू प्रसाद जी बिहार के सबसे बड़े दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं साथ हीं वे बिहार के मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार में रेल मंत्री रह चुके हैं। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। जिस समय लालू जी मन्दिर से निकल रहे थे उस समय बारिश हो रही थी। उनके सुरक्षा में तैनात पुलिस पदाधिकारी यदि उस समय छाता लिए हुए था तो वह कौन सा गुनाह कर दिया , जबकि उसे अपने हथियार को भी भींगने से बचाना है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेता बताएं कि कौन से कानून में है कि जमानत प्राप्त एक साधारण व्यक्ति को भी सुरक्षा देने की जिम्मेदारी प्रशासन के उपर नहीं है। जहां तक राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति है तो भाजपा नेताओं को यह नहीं दिखाई दे रहा है कि पिछले दिनों जो कोई आपराधिक घटना घटी है पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र कुछ घंटों के अन्दर सभी मामलों का उद्भेदन करने और अपराधियों को गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद भाजपा नेताओं को अब सपने में भी लालू जी से डर लगने लगा है। उनके कल्पनाओं के विपरित लालू जी और मुख्यमंत्री नीतीश जी द्वारा किए गए सार्थक पहल से देश के अधिकांश गैर भाजपा दलों की एकता से भाजपा नेताओं की निन्द उड़ चुकी है। जनता के बीच जाने का उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। जबरन मुद्दा बनाने की तलाश में राज्य के अन्दर नफरत और उन्माद पैदा करने की उनकी कोशिश को भी बिहार की जनता लगातार विफल करती रही है। इससे हताश और निराश होकर ऐसे मुद्दों पर अपनी भड़ास निकालने लगे हैं जो सही अर्थों में मुद्दा है हीं नहीं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार का विकास में अव्वल स्थान पर पहुंचने और बड़े पैमाने पर नौजवानों को नौकरी व रोजगार देने जैसी उपलब्धियों से इनक दिमाग की खुजलाहट काफी बढ़ गई हैं.