CIN /लखनऊ के विभूति खण्ड, गोमती नगर में स्थित मध्य सेक्टर, सीआरपीएफ कार्यालय के प्रांगण में 26 जनवरी 2024 को 75वां गणतंत्र दिवस समारोह पूरे जोश, हर्षोल्लास एवं उल्साहपूर्वक मनाया गया। सीआरपीएफ के महानिरीक्षक श्री सतपाल रावत ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा बल के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। महानिरीक्षक ने उपस्थित अधिकारियों एवं जवानों को संबोधित करते हुए संविधान की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा विचार व्यक्त किया कि हम सभी भारतीय के रूप में बहुत ही सौभाग्यशाली हैं कि हमारे पास विश्व का सबसे बड़ा तथा सर्वोत्तम संविधान एवं लोकतांत्रिक देश है। उन्होंने आगे कहा कि सीआरपीएफ काफी पुराना संगठन होने के साथ ही सबसे बड़ा केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल भी है तथा हमें देश की आतरिक सुरक्षा एवं शांति को सुनिश्चित करने का उत्तरदायित्व सौपा गया है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी राष्ट्र के लिए अत्यन्त महत्व का दिन है। वर्ष 1950 में इसी तिथि को हमने भारतीय संविधान को पूर्णतः स्वीकार करते हुए भारत को संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, पथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने का संकल्प लिया था तथा एक भेदभावरहित, शोषणमुक्त व समतामूलक समाज की संरचना की कल्पना की थी। श्री रावत ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं। दुनिया के कई देश हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली, रीतियों एवं नीतियों को देखने और सीखने आते हैं। यह दिवस देशवासियों को जहाँ एक ओर स्वतंत्रता एवं देश की एकता व अखण्डता को बनाये रखने के लिए दृढ संकल्प लेने के लिए स्मरण कराता है, वहीं दूसरी ओर यह दिवस जनशक्ति के प्रति अटूट एवं अमिट विश्वास का भी प्रतीक है। यह दिवस अपने देश की पावन भूमि की रक्षा करने के लिए अपना सब कुछ बलिदान करने हेतु हमे प्रेरित करता है। हमारे पूर्वजों द्वारा दिये गए बलिदानों के कारण ही आज हम गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। हमें अपने पूर्वजों के बलिदानों को व्यर्थ नहीं जाने देना है। हम सभी का यह परम कर्तव्य है कि देश की एकता और अखण्डता पर कोई आंच न आने दें।उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़, झारखण्ड, जम्मू-कश्मीर सहित देश के विभिन्न भागों में आतंकवादी, उग्रवादी तथा माओवादी गतिविधियों में कमी आयी है जिसमें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का अहम योगदान रहा है। श्री रावत ने बताया कि हमारे कई साथियों ने अपने प्राणों की आहुति देते हुए जिस निष्ठा, उत्सर्ग-भावना और कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया है. वह हम सबके लिए गौरव की बात है। इस बात की पुष्टि गणतंत्र दिवस 2024 के पुनीत अवसर पर सीआरपीएफ को प्रदान किए गए पदकों की तालिका से होता है जिसमें 01 शौर्य चक्र, वीरता के लिए 66 पुलिस पदक सहित विशिष्ट सेवाओं के लिए 05 राष्ट्रपति पदक तथा सराहनीय सेवाओं के लिए 57 पदक शामिल है। महानिरीक्षक ने पदक विजेताओं के नाम पढ़े तथा कहा कि यह अत्यंत गर्व का पल है कि सीआरपीएफ को सबसे अधिक पदकों से नवाजा गया है। भविष्य में भी हमें अत्यधिक सजग व चौकस रहकर अपनी ड्यूटियों के निर्वहन की आवश्यकता है।
उन्होने इस बात पर जोर दिया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल देश का एक विश्वसनीय एवं सर्वाधिक लोकप्रिय बल है। भारत की जनता को इस बल पर पूरा भरोसा है। गणतंत्र दिवस के इस शुभ अवसर पर उन्होंने आह्वान किया कि हम सब यह संकल्प ले कि जहाँ कहीं भी केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की तैनाती है, वहां पर सौंपे गए प्रत्येक दायित्व का निर्वहन निष्ठापूर्वक करेंगे और हम जनता के विश्वास को कायम रखते हुए अपने देश की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति तक दे देंगे परंतु इस तिरंगे की शान पर कोई आंच नहीं आने देंगे तथा इसी संकल्प के साथ हम सब मिलकर अपने गणराज्य के चिरायु होने की मगलकामना करें और यह शपथ लें कि गणराज्य की समृद्धि व एकता-अखण्डता के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर देंगे। इस अवसर पर श्री ज्ञानेन्द्र कुमार पुलिस उप महानिरीक्षक, श्री एच० के० कनौजिया, पुलिस उप महानिरीक्षक, श्री सुनील कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक, तथा अन्य अधिकारीगण और अधीनस्थ अधिकारी और जवान उपस्थित थे। अंत में मिष्ठान वितरण किया गया।