Kaushlendra Pandey: बिहार में जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जाने तथा स्मार्ट मीटर के नाम पर गरीबों तथा आम लोगों से हो रहे लूट के खिलाफ आज राज्य के सभी 534 प्रखंडों के मुख्यालयों पर धरना – प्रदर्शन किया गया। जिसमें पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं एवं आमलोगों सहित लाखों लोगों की भागीदारी हुई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आयोजित आज के धरना प्रदर्शन को अप्रत्याशित जन समर्थन मिलने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार की जनता एक बार फिर निरंकुश सत्ता के खिलाफ अंगड़ाई ले चुकी है। यदि सरकार अपने जन-विरोधी नीतियों को वापस नहीं लेती है तो राजद चुप नहीं बैठेगी और आन्दोलन जारी रखेगी.पुराने मीटर की तुलना में स्मार्ट मीटर से बढ़ा हुआ बिल उपभोक्ताओं के पास आ रहा है बिजली बिल देने में असमर्थ गरीब और वंचित परिवार के घरों की बिजली काटी जा रही है ।
और अब तो इस तरह के हालात बन गए हैं कि पूरे गांव की ही बिजली काटी जा रही है। बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए सीएमडी के द्वारा सभी जिलाधिकारी को बल प्रयोग करके स्मार्ट मीटर लगाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है,जो कहीं से उचित नहीं है । और इस मामले पर राज्य सरकार या विद्युत विभाग के पदाधिकारी यह स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर क्या कारण है कि बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जबरन मीटर लगाने की बातें क्यों की जा रही है ।और राज्य सरकार कहीं ना कहीं इन कंपनियों के प्रभाव में आकर उपभोक्ताओं और गरीबों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार को देख रही है राज्य सरकार को जनता और जनता के हितों से कोई मतलब नहीं है, और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार कंपनियों के हितों की रक्षा के लिए कार्य कर रही है. राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि राजद द्वारा आयोजित आज के धरना प्रदर्शन में जिस प्रकार स्वस्फूर्त ढंग से लाखों की संख्या में आम लोगों की भागीदारी हुई है। इससे स्पष्ट है कि जनता स्मार्ट मीटर के खिलाफ खड़ी है। और सरकार उसे जबरन स्मार्ट मीटर लगाना चाह रही है। सरकार का यह फैसला उसके लिए आखिरी कील साबित होगी।