पटना – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों के परिवार को 4 लाख रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की है. इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग, जिला प्राशसन और डॉक्टरों को इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है.बता दें कि 15 वर्ष तक की उम्र के बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मरने वाले बच्चों की उम्र एक से सात साल के बीच ज्यादा है. डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी का मुख्य लक्षण तेज बुखार, उल्टी-दस्त, बेहोशी और शरीर के अंगों में रह-रहकर कंपन (चमकी) होना है.बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में एक बच्ची ने दम तोड़ दिया है. इसी के साथ चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 84 हो गई है। कैसे बचाएं खुद को व अपने करीबियों को चमकी बुखार की चपेट में आने से? जानिए बचाव के तरीके-
1. बच्चों को जूठे व सड़े हुए फल न खाने दें
2. बच्चों को उन जगहों पर न जाने दें, जहां सूअर रहते हैं
3. खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ जरूर धुलवाएं
4. पीने का पानी स्वच्छ रखें
5. बच्चों के नाखून न बढ़ने दें
6. गंदगीभरे इलाकों में न जाएं
7. बच्चों को सिर्फ हेल्दी खाना ही खिलाएं
8. रात के खाने के बाद हल्का- फुल्का मीठा खिलाएं
9. बच्चों को थोड़ी-थोड़ी देर में तरल पदार्थ देते रहें ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो।
स्टेट ब्यूरो, बिहार