लखनऊ,
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा की रंगदारी मांगने के मामले में बुधवार को गिरफ्तारी के बाद भाजपा विरोधी दल छात्रा के पक्ष में लामबंद हो गए हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तो भाजपा को दोहरे चरित्र वाली पार्टी और समय-समय पर जुमला छोडऩे वाला दल बताया है।बेटी बचाओ’ भी आख़िरकार एक जुमला ही साबित हुआ।आज देश की हर बेटी, बहन और मां छात्रा को जेल भेजने के भाजपा के इस शर्मनाक कृत्य से दुखी है और लोग कह रहे हैं ‘देश में सब अच्छा है’। भाजपा का यह कृत्य तो बेहद ही निंदनीय है। भाजपा का ‘बेटी बचाओ’ भी आखिरकार एक जुमला ही साबित हुआ। चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में पीड़ित छात्रा की गिरफ्तारी के मामले में शाहजहांपुर एडीजे फर्स्ट कोर्ट ने बुधवार को पीड़िता की जमानत अर्जी खारिज कर दी. पीड़िता की गिरफ्तारी के बाद उसके वकील ने कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी. गुरुवार को फिर से कोर्ट में छात्रा की जमानत के लिए आवेदन किया जाएगा. 26 सितंबर को कोर्ट ने दोनों पक्षों की सुनवाई के लिए तारीख दे रखी है.
सहायक अभियोजन अधिकारी लाल साहब ने फोन पर बताया कि चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने वाली रेप पीड़िता छात्रा की जमानत अर्जी उनके अधिवक्ता अनूप त्रिवेदी ने एसीजीएम की अदालत में लगाई थी. जिसे अदालत ने खारिज कर दिया.उधर चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने बताया कि बुधवार को उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री की जमानत की अर्जी जिला जज की अदालत में दी है, जिस पर सुनवाई के लिए 30 सितंबर की तारीख तय हुई है. पीड़िता की गिरफ्तारी के बाद विशेष जांच दल (एसआईटी) ने प्रेस वार्ता की, जिसमें आईपीएस भारती सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद को मोबाइल पर धमकी भरा मैसेज भेजा गया था. जिसमें उनसे पांच करोड़ रुपए की मांग की गई थी. रंगदारी नहीं देने पर उनका अश्लील वीडियो टीवी चैनल पर चलवा कर उनकी इज्जत मिट्टी में मिलाने की धमकी दी गई थी.
कौशलेन्द्र