दिल्ली विधानसभा चुनावों ने ई-रिक्शा वालों की लाटरी करवा दी है। इस बार ज्यादातर प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए ई-रिक्शा का इस्तेमाल कर रहे हैं। ई-रिक्शा ही नहीं, बल्कि चुनाव से जुड़े काम करने वाले जैसे गेंदे के हार वालों से लेकर, चाय वाले और हलवाइयों के अच्छे दिन आ गए हैं। जिन ई-रिक्शा वालों को आप मेट्रो स्टेशन के बाहर सवारियों को घेरते देखते थे, आजकल वह राजनीतिक पार्टियों के लिए प्रचार कर रहे हैं। इसके लिए इन्हें 700 से 800 रुपये तक दिहाड़ी भी मिल रही है। जब प्रचार से फ्री होते हैं, तो एक-दो चक्कर सवारियों का भी लगा लेते हैं। इससे वे दिनभर में 1000 रुपये तक कमा रहे हैं।
रविवार को राजौरी गार्डन विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी का प्रचार कुछ ई-रिक्शा वाले कर रहे थे। एक जगह जनसभा का आयोजन था, तो ये सभी वहां एक तरफ खड़े हो गए। प्रचार में शामिल ई-रिक्शा चालक सोमेश ने बताया कि उन्हें प्रचार के लिए 700 रुपये दिहाड़ी मिल रही है। सुबह 9 बजे के आसपास प्रचार शुरू करते हैं और शाम लगभग 6 बजे तक चलता है। दिहाड़ी के साथ दोपहर का खाना भी दिया जाता है। इसके बाद मन करता है, तो सवारियां ढो लेते हैं।