पटना 14 अप्रैल 2020 ; राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने लाॅकडाउन की अवधि विस्तार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि देश और प्रदेश की जो स्थिति है उसमें कोरोना वायरस से मुकाबला करने के लिए लाॅकडाउन की अवधि विस्तार के अलावा दूसरा कोई विकल्प है भी नहीं । पर उम्मीद थी कि लाॅकडाउन की अवधि विस्तार के साथ हीं कोरोना से लड़ने का रोडमैप भी जारी किया जायेगा । पर प्रधानमंत्री जी द्वारा अपने सम्बोधन में देशवासियों को तो उनके जिम्मेवारीयों का एहसास दिलाया गया पर जनता के प्रति सरकार की जबाबदेही और जिम्मेवारी का कोई उल्लेख नहीं किया गया ।
राजद नेता ने कहा कि लाॅकडाउन का अवधि विस्तार कर देने से ज्यादा महत्वपूर्ण उसकी सफलता है। भूख से मरते और तड़पते लोगों को लाठी के भय से घरों के अन्दर रोके रखना काफी कठिन है । उम्मीद थी कि लाॅकडाउन की अवधि विस्तार के साथ हीं सरकार द्वारा आर्थिक पैकेज की घोषणा की जायेगी । संगठित और असंगठित क्षेत्रों में नौकरी की सुरक्षा , प्रवासी मजदूरों , असंगठित क्षेत्र के कामगारों , रिक्शा, औटो, टेम्पो , दिहाड़ी मजदूरों , किसानों , छोटे व्यवसायियों आदि पर पड़ रहे दोहरी मार के निराकरण के उपाय किये बगैर लाॅकडाउन की घोषणा अव्यवहारिक और अदूरदर्शी हीं मानी जायेगी । दूसरे देशों में भी लाॅकडाउन के साथ हीं आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई है ।
अपने राज्य बिहार की स्थिति तो और भी ज्यादा भयावह है । तेलंगाना के उप्पाल नामक जगह पर एक प्रवासी बिहारी मो॰आमिर इसलिए आत्महत्या करने को विवश हो गया चूंकि उसके पास मकान का किराया देने के पैसे नहीं थे।
दरभंगा जिला के जलवार पंचायत स्थित कोरांटाइन सेन्टर पर दिल्ली से आये हुये प्रवासी बिहारी विनोद यादव आत्महत्या करने को मजबूर होता है ।
राजद नेता ने कहा कि लाॅकडाउन को सफल बनाने के लिए यह जरूरी है कि केन्द्र और राज्य सरकार गरीबों की परेशानियों और दुर्दशा को दूर करने के लिए एक सक्षम तंत्र खड़ा करे । चुकी अभी तक सरकार द्वारा जो भी दावे किये जा रहे हैं वो सारे के सारे कागजी है । जमीनी स्तर पर प्रवासी बिहारियो और राज्य के अन्दर के लोगों को राहत के नाम पर केवल खानापूरी हो रही है ।
शैलेश तिवारी /पोलिटिकल एडिटर.