मुख्यमंत्री सचिवालय ने दरभंगा दर्पण के सीईओ पर हुए जानलेवा हमला मामले मे दरभंगा के डीएम को ईमेल अग्रसारित कर संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री सचिवालय ने 05 जून को हुए दरभंगा दर्पण के पत्रकार पर हुए जानलेवा हमला के बीस दिन बीत जाने के वावजूद हमलावर की गिरफ्तारी नहीं होने और पत्रकार को उचित सुरक्षा नहीं मिलने पर पर पत्रकार द्वारा वरीय पुलिस अधीक्षक से लेकर मुख्यमंत्री तक पत्र लिखकर गुहार लगाने को लिया है। अपने ईमेल पत्र के माध्यम से पत्रकार ने लिखा है कि मेरे ऊपर दिनांक 05 जून 2020 को दोपहर लगभग दो वजे बड़गाँव पंचायत के मुखिया पति बादल सिंह एवं दर्जनो हमलावर द्वारा जान से मारने की आशयपूर्ण नीयत से जानलेवा हमला किया गया था। जिसमे मेरे पिता राम नारायन साहू के साथ भी मारपीट किया गया। इस संबंध मे कुशेश्वरस्थान थाना कांड संख्या – 162/20 दर्ज है। इस घटना के जानकारी उपरांत कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष ने गंभीर रूप से घायल स्थिति मे कुशेश्वरस्थान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती करवाया। जहाँ से मेरे स्थिति के गंभीरता को देखते हुए डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया गया। इसी बीच दिनांक 06 जून 2020 को बड़गाँव पंचायत के मुखिया संगीता देवी ने मेरे ऊपर मनगढ़ंत, बनावटी व झूठा आवेदन कुशेश्वरस्थान थाना को दिया। जिसके आधार पर कुशेश्वरस्थान थाना कांड संख्या 161/20 दर्ज हुआ। महाशय, इस संबंद मे सादर स्पष्ट करना है कि मुखिया संगीता देवी के लिखित आवेदन पर दर्ज कांड असत्य है।और मेरे ऊपर हुए जानलेवा हमला के आलवे इस तरह का कोई घटना दिनांक 05जून 2020 को घटित ही नहीं हुई। इस मामले ने निष्पक्ष जांच की मांग किया है। मुख्यमंत्री सचिवालय ने पीड़ित पत्रकार को ईमेल से दरभंगा के जिलाधिकारी को मामला को जाँच के लिए अग्रसारित करने का जानकारी दिया है।
पीड़ित पत्रकार ने बताया कि हमलावर लगातार मेरे घर के सामने देर रात तक जमे रहते है, मेरे निवास कैम्पस के दरवाजे को पीटते है, स्ट्रीट लाइट बंद कर देते है व शोर शरावा कर दहशत का माहौल पैदा करते है। जिससे मेरे परिवार के लोग दहशत मे जी रहे है। घटना के बाद मै अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा हूँ। मुझे पूर्ण विश्वास है कि भ्रष्टाचार मे लिप्त बड़गाँव पंचायत के मुखिया संगीता देवी व उनके पति पूर्व मुखिया बादल सिंह व उनके द्वारा किए गए गवन मे शामिल विचौलिया,दलाल,एजेंसी के द्वारा कभी भी मेरा हत्या कर सकते है या करवा सकते है या मेरे परिवार व संपात्ति का बड़ा नुकसान कर व करवा सकते है। उचित सुरक्षा नहीं मिलने और अपराधी पर कारवाई नहीं होने के कारण मै अपने घर नहीं लौट पा रहा हूँ। जिसके लिए दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई ,झूठे मुकदमे मे बनाए गए अभियुक्तिकरण से मुक्त करने एवं उचित सुरक्षा मुहैया कराने का मांग किया है।
पुलिस द्वारा गंभीर रूप से घायल पत्रकार पर ही पहले मुकदमा दर्ज हमलावर को मदद करने का कोशिश किया गया है। ऐसे मे जानलेवा हमला मे शामिल हमलावर का गिरफ्तारी नही करने से अपराधी का मनोवल बढ़ना तय है। पत्रकार को उचित सुरक्षा नहीं देने से स्पष्ट है कि पुलिस पत्रकार के सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है।