शिवहर, ९ फरवरी। शिवहर ज़िला हिन्दी साहित्य सम्मेलन का एक पूर्ण दिवसीय अधिवेशन आगामी अप्रैल में भव्य रूप में आयोजित होगा, जिसमें पाँच सौ से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे तथा हिन्दी भाषा और साहित्य के उन्नयन पर गहन विमर्श करेंगे। अधिवेशन में विविध साहित्यिक विधाओं पर वैचारिक-सत्र भी आयोजित होंगे तथा एक भव्य कवि-सम्मेलन भी आयोजित होगा, जिसमें स्थानीय काव्य-रसिकों को, बिहार और बिहार के बाहर के कवि एवं कवयित्रियों को भी सुनने का अवसर प्राप्त होगा। इस वासर पर हिन्दी भाषा और साहित्य के उन्नयन में अपना योगदान देने वाले हिन्दी-सेवी विविध उपाधियों से अलंकृत भी किए जाएंगे।यह निर्णय बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ की उपस्थित में, शिवहर ज़िला हिन्दी साहित्य सम्मेलन तथा राइटर्स ऐंड जर्नलिस्ट्स एशोसिएशन की ज़िला इकाई की, स्थानीय सत्यवती भवन में संपन्न हुई बैठक में लिया गया। अधिवेशन की भव्य-कल्पना के आलोक में सुप्रसिद्ध समाजसेवी गिरीश नंदन सिंह ‘प्रशांत’ की अध्यक्षता में एक आयोजन समिति गठित की गई। आयोजन समिति अपनी आगामी बैठक में तिथि का निर्धारण तथा स्वागत समिति सहित अन्य उपसमितियाँ गठित करेगी। प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने नव-गठित आयोजन समिति को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि प्रस्तावित अधिवेशन शिवहर ज़िले के साहित्यिक और सांस्कृतिक उत्थान के लिए एक ऐसी भूमि तैयार करेगा जिस पर मूल्यवान समाज की फसलें उगाई जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि साहित्य में ही समस्त समाज का कल्याण का अजस्र स्रोत अवस्थित है, क्योंकि यह जीवन-रस सृजित करता है, जिससे मानवता को ऊर्जा और उत्साह प्राप्त होता है। इसी से गुणवत्तापूर्ण और मूल्यवान जीवन के लिए आवश्यक गुण और चरित्र प्राप्त होते हैं। मनुष्य को मनुष्य बनाने की शक्ति और सामर्थ्य साहित्य मे ही है। यही पीड़ितजन की आँखों के आँसू पोंछता है और उनमे नव-जीवन का मुस्कान लाता है। आयोजन समिति इस प्रकार है ; गिरीश नंदन सिंह ‘प्रशांत’ (अध्यक्ष), कवि सच्चिदानंद पाण्डेय, कवयित्री रानी गुप्ता (उपाध्यक्ष), देशबंधु शर्मा (प्रधान सचिव), हरि कांत सिंह (महा सचिव), मोहन फ़तहपुरी (कोषाध्यक्ष), मंजलि शर्मा, मो हसनैन, शंकर पहाड़पुरी, मो मक़सूद आलम (सचिव), मुकुंद प्रकाश मिश्र (मीडिया प्रभारी), च्न्द्रेशवर प्र सिंह, रामदेव बुनियादी, सुनील कुमार सिंह, हेमंत कुमार, विनोद कुमार सिंह, अरविंद कुमार, कौशल किशोर तिवारी, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, बैद्यनाथ शाहपुरी, नीतू सिंह, प्रिंस कुमार, मुरलीधार श्रीवास्तव, कुमुद श्रीवास्तव तथा इंद्रदेव तिवारी ‘द्विजदेव’ (सभी सदस्यगण) उपस्थित रहें.
कौशलेन्द्र पाराशर