धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट /अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर भारत की मदद की बात दोहराई है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका कोविड-19 के खिलाफ जंग में भारत को मदद की पूरी श्रृंखला भेज रहा है. उन्होंने कहा कि बीते साल जरूरत के वक्त भारत भी अमेरिका के साथ खड़ा रहा था. बीते सोमवार को बाइडन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत हुई थी.व्हाइट हाउस में मंगलवार को हुई न्यूज कॉन्फ्रेंस में जो बाइडन ने पत्रकारों से कहा, ‘हम तत्काल रूप से मदद की पूरी श्रृंखला भेज रहे हैं, जिसकी उन्हें जरूरत है. इसमें इससे निपटने की क्षमता वाले रेमडेसिविर और अन्य ड्रग्स भी शामिल हैं.’ उन्होंने कहा ‘हम वास्तविक मैकेनिकल पार्ट्स भेज रहे हैं, जिसकी उन्हें वैक्सीन बनाने के लिए जरूरत है.’ उन्होंने जानकारी दी है कि पीएम मोदी के साथ इस बात पर भी चर्चा हो चुकी है कि अमेरिका भारत को वैक्सीन कब मुहैया करा सकेगा.फिलहाल भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर जारी है. देश में रोज मिल रहे संक्रमण के मामलों का आंकड़ा 3 लाख से ज्यादा हो जाता है. ऐसे में भारत में मरीजों की बढ़ी संख्या के चलते चिकित्सा व्यवस्था भी गड़बड़ा गई है. हालांकि, अमेरिका के अलावा ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन ने भारत की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. वहीं, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने भी मदद करने की बात कही है.कोरोना संकट से निपटने के लिए कई देशों ने भारत की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है और सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में संस्थाओं को चिकित्सा आपूर्ति के तत्काल वितरण की प्रक्रिया के समन्वय के लिए एक उच्च स्तरीय अंतरमंत्रालयी समूह का गठन किया है. फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, पुर्तगाल और स्वीडन समेत कई देशों ने भारत को मदद देने की घोषणा की है.