वाराणसी -सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट /कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद्र के पैतृक गांव लमही में पानी टंकी तोड़ने का मामला कानूनी दायरे में आ गया है। वाराणसी विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को लालपुर थाना में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। मनीष श्रीवास्तव व अन्य को आरोपित किया गया है। सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान करने का आरोप लगा है।विकास प्राधिकरण निर्माण खंड के जेई पारसनाथ की ओर से तहरीर दी गई। इसमें आरोप लगाया गया है कि मनीष श्रीवास्तव ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मुंशी प्रेमचंद्र के घर के पास लगी पानी टंकी को तोड़ दिया। बताया जाता है कि यहां अवस्थापना निधि से वर्ष 2007-08 में वीडीए ने एक हजार लीटर की पानी टंकी लगाया था। वहां पार्क बनाने के साथ ही मंदिर से सटे हिस्से में कुछ अन्य निर्माण भी वीडीए की ओर कराया गया था। बाद में इस स्थल को साहित्य सर्किट बनाकर जोड़ना था लेकिन बदलते वक्त के साथ वीडीए की यह योजना ठंढे बस्ते में पड़ गई। कुछ साल पूर्व यहां तत्कालीन वीडीए वीसी रहे पुलकित खरे ने भी कुछ अन्य निर्माण को भी कराने की योजना बनाई थी लेकिन उनके स्थानांतरण के साथ ही सबकुछ जस का तस रह गया।बता दें कि मुंशी प्रेमचंद्र के आवास से सटे जिस भूमि पर विवाद है वहां एक मंदिर व पुस्तकालय बना है। इस मंदिर से सटे हिस्से को लेकर पट्टीदारी का विवाद है। मनीष ने यहां मंदिर से सटे हिस्से में निर्माण भी कराया है। गत एक सप्ताह पूर्व इसको लेकर वहां प्रधान पक्ष व अन्य के साथ विवाद हुआ था। वीडीए वीसी ईशा दुहन ने बताया कि जांच कराने के बाद यह तथ्य सामने आया है कि सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान किया गया है। थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।