पटना, ३० अगस्त। ‘राष्ट्रभाषा-प्रहरी’ की लोक उपाधि से विभूषित सुविख्यात हिन्दीसेवी तथा ‘भाषा भारती संवाद’ के प्रधान-संपादक नृपेंद्रनाथ गुप्त का, उनके ८८वें जन्मोत्सव पर, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में सोमवार को आयोजित एक भव्य समारोह में ससम्मान अभिनन्दन किया गया। सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने उन्हें, वंदन-वस्त्र, पुष्पहार और प्रेमोपहार देकर सम्मानित किया।इस अवसर पर अपने उद्गार में डा सुलभ ने, हिन्दी भाषा के लिए उनके द्वारा किए गए और किए जा रहे त्याग और बलिदान की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए, उन्हें एक तपस्वी हिन्दी-सेवी बताया। उन्होंने कहा कि गुप्त जी ने अपने किशोर वय से ही, समाज, राष्ट्र और राष्ट्रभाषा की सेवा में स्वयं को अर्पित कर दिया। आपने एक अधिकारी के रूप में सरकार और समाज को सेवा दी तो सेवाकाल से ही हिन्दी की सेवा भी करते रहे। अनेको प्रतिभावान व्यक्तियों को हिन्दी-सेवा और सृजन के लिए प्रेरित किया। अपना सबकुछ झोंक कर विगत २२ वर्षों से ‘नया भाषा भारती संवाद’ का प्रकाशन कर रहे हैं। हिन्दी के लिए उनके द्वारा की जा रही अखंडित और अकुंठ सेवा के लिए, गुप्त जी सदैव सुधीजनों के हृदय में रहेंगे। उनका जीवन कल्याणकारी है, इसलिए भी हम सभी इनके दीर्घायुष्य की मंगलकामना करते हैं। इस अवसर पर, श्री गुप्त पर, भागलपुर विश्वविद्यालय में पी एच डी के लिए, डा नीलू कुमारी के निर्देशन में शोधकर्ता पुलकित कुमार मंडल द्वारा प्रकाशित शोध-प्रबंध का लोकार्पण भी किया गया।कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए श्री गुप्त ने कहा कि विगत कुछ वर्षों अस्वस्थता के कारण मेरी सक्रियता कम रही, फिर भी मैं अपने संपादकीय दायित्व से विमुख नहीं हुआ। इसका कारण यह है कि मुझे आप सबका निरंतर सहयोग मिलता रहा और शुभकामनाएँ प्राप्त होती रहीं। ईश्वर जबतक योग्य बनाए रखेंगे, अपनी सेवाएँ देता रहूँगा।सम्मेलन के उपाध्यक्ष डा शंकर प्रसाद, डा भूपेन्द्र कलसी, प्रो बासुकीनाथ झा, पूनम आनंद, डा ध्रुब कुमार, प्रो अरुण कुमार प्रसाद सिन्हा,बच्चा ठाकुर, डा मेहता नगेंद्र सिंह, डा सुलक्ष्मी कुमारी, कुमार अनुपम, डा दिनेश दिवाकर, डा विनय कुमार विष्णुपुरी, डा सुधा सिन्हा, चंदा मिश्र, अम्बरीष कांत, बाँके बिहारी साव, डा मनोज गोवर्द्धनपुरी, पं गणेश झा, डा मनोज कुमार, चितरंजन भारती, जयप्रकाश पुजारी, प्रो सुखित वर्मा, प्रभात धवन, राज किशोर झा, पंकज प्रियम आदि ने भी श्री गुप्त के प्रति सद्भावनाएँ व्यक्त की। मंच का संचालन सुनील कुमार दूबे ने तथा धन्यवाद-ज्ञापन कृष्णरंजन सिंह ने किया।इस अवसर पर, डा कुंदन कुमार, अर्जुन प्रसाद सिंह, जगदीश्वर प्रसाद सिंह, राम किशोर सिंह विरागी, अमन वर्मा, पावन सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, विधु शेखर पाण्डेय, अमित कुमार सिंह, रवि कुमार समेत बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित थे।