जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 13 जनवरी ::बिहार एक बार फिर कोरोना की चपेट में है। तीसरी लहर में नए केस मिलने की रफ्तार पहली और दूसरी लहर से काफी तेज है। ऐसे में सावधानी की बहुत अधिक ज़रूरत है। ख़ासकर वैसी महिलाओं के लिए जो प्रिगनेंट हैं या प्रिगनेंसी प्लान कर रही हैं। सावधानी ही कोरोना से बेहतर बचाव है। ये बातें पटना की प्रसिद्ध प्रसूति और निसंतानता रोग विशेषज्ञ डाक्टर सिमी कुमारी ने संवाददाताओं से विशेष बातचित में 13 जनवरी (गुरुवार) को कही।उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि हर हाल में सख़्ती से कोरोना गाईड लाइन का पालन करना हर किसी को करना ही चाहिए।डाक्टर सिमी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का पीक अभी बाक़ी है। और इस पीक में प्रतिदिन हज़ारों मामले आ सकते हैं। इसलिए सबको सावधानी बरतने की ज़रूरत है। कोरोना के गाइड लाइन को खुद सख़्ती से पालन करने की ज़रूरत है। मास्क और दूरी का निश्चित रूप से पालन करें और अपनी कोरोना जाँच ज़रूर कराएँ। जाँच न कराने का ही नुक़सान है कि इसक़े संक्रमण दर तेजी से बढ़ रहे हैं।उन्होंने कहा लोगों के संक्रमित होने के बावजूद जांच नहीं कराने और आइसोलेट नहीं होने से संक्रमण की रफ़्तार और तेज होने की आशंका बनी हुई है। डाक्टर सिमी ने कहा कि तीसरी लहर के अभी तक दुष्प्रभाव कम ही दिखे हैं लेकिन इसे हलके में ले कर ख़तरा बढ़ाने की ज़रूरत नहीं है।डाक्टर सिमी ने कहा कि अगर तीसरी लहर पर क़ाबू पाना है तो हमें बेवजह बाहर निकालना बंद करना होगा। पोज़िटिव होने पर तुरत खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग अपनी जांच कराएं, समाजिक दूरी का पालन करें, सैनिटाइजर का उपयोग करें और मास्क जरूर लगायें। साथ में संभव हो तो हेल्दी डायट लें, स्वच्छता बनाए रखें।