सत्यजीत प्रकाश की रिपोर्ट /नगर निगम को बर्बाद करने वाले विजेंद्र चौधरीहै.नगर निगम को किस ने बर्बाद किया यह शहर को बताने की जरूरत नहीं है। भगवान के लिए अभी भी नगर निगम में अपनी दखलअंदाजी नगर विधायक विजेंद्र चौधरी नहीं करें तो शहर का भला होगा। स्मार्ट सिटी से उनको कमीशन नहीं मिल रहा है। तब शहर बंद कराने का ड्रामा रच रहे हैं। उक्त बातें भाजपा अति पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भगवान लाल महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं।श्री महतो ने कहा कि विजेंद्र चौधरी के कारनामा का अगर उल्लेख किया जाए अखबार का पन्ना भर जाएगा। प्रमुख बातों की ओर जिसको लेकर उन्होंने बंद का आह्वान किया है आप लोगों का ध्यान आकृष्ट करा रहा हूं। सबसे पहले तकलीफ उनको नगर आयुक्त से फरदो नाला को लेकर हुआ। फरदो नाला की उड़ाही पौने दो करोड़ से विधिवत टेंडर निकाल कर किया जा रहा है। इस आदमी के दोहरा चरित्र का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मेयर व डिप्टी मेयर दोनों ने नगर आयुक्त को लिखित दिया कि टेंडर निकाल कर फरदो नाला की उड़ाही कराएं। जब फरदो नाला की उड़ाही हो रही है तो यह आदमी विरोध कर रहा है। जबकि फरदो नाला की उड़ाही से मोतीझील व कल्याणी में इस बार जलजमाव नहीं होगा। पिछले 30 साल में जो काम नहीं हुआ नगर आयुक्त उसको करा रहे हैं। कमीशन नहीं मिला इसके लिए फरदो नाला का विरोध कर रहे हैं। स्मार्ट सिटी से शहर में जगह-जगह गढा खोदकर छोड़ा गया है। इससे शहरवासी तकलीफ में है। इसको कोई नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बंद करने के पहले विजेंद्र चौधरी को यह बताना चाहिए कि क्या कभी उन्होंने विधानसभा में इस मामले को उठाया। आखिर क्यों? कमीशन के लिए अब तक स्मार्ट सिटी की अधिकारी से सौदा करना चाह रहे थे। सौदा नहीं हुआ है तो अब बंद करके व्यवसाई को भी परेशान कर रहे हैं। जनता झांसे में नहीं आने वाली है। आज मीडिया के सामने यह भी हम खुलासा कर रहे हैं कि ट्रेड लाइसेंस व यूजर चार्ज का अब यह विरोध कर रहे हैं। इन्हीं के कहने पर तत्कालीन मेयर ने यूजर चार्ज व ट्रेड लाइसेंस को लागू किया था। कौन नहीं जानता है कि अब तक जितने भी मेयर बने हैं। उनको कठपुतली की तरह नचाते रहे हैं। इसी कठपुतली के खेल में बीते 5 साल का जो कार्यकाल था। इसमें कितना बार मेयर को लेकर खरीद-बिक्री हुआ। यह किशी से नहीं छिपा है। युवा आईएएस ऑफिसर जो नगर आयुक्त है। उनको रांची भेजने की यह बात कह रहे हैं। इनका खुद का जो उम्र है उसमें इनको अब राजनीति से संयास लेते हुए मुज़फ्फरपुर की जनता से माफी मांग लेनी चाहिए।