जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना 19 अगस्त ::जद(यू) के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने भाजपा पर आपराधिक मामलों में संलिप्त नेताओं को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए बताया कि केन्द्रीय (मोदी) मंत्रिमंडल में दागियों की भरमार है।उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक हत्या के प्रयास के मामले के आरोपी हैं, वहीं केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जॉन बारला, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन समेत 24 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है।वैसे वर्तमान केन्द्रीय मंत्रिमंडल में कुल 33 दागी मंत्री है, जो मंत्रिमंडल का 42 फीसदी होता है।राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि इस मामले में भाजपा की राज्य सरकारें कहीं से पीछे नहीं है।जहाँ एक ओर 2017 में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में 20 दागी मंत्री थे, वह 2022 में बढ़कर 22 हो गई। इसी प्रकार महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार ने तो सारे कीर्तिमान ध्वस्त करते हुए वहां 20 में से 15 यानि 75 फीसदी मंत्री दागी हैं।उन्होंने भाजपा नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि गुजरात में 7 मंत्री आपराधिक मामलों में आरोपी है। सुचिता नैतिकता एवं पारदर्शिता की दुहाई देने वाली भाजपा के दोहरे मानदंड को बेनकाब कर रही है, उत्तराखंड की विधानसभा में 22 दागी विधायकों में अकेले भाजपा के 17 सदस्य है। कमोबेस पुरे देश में बीजेपी की सभी सरकारों, जिसमें असम के मुख्यमंत्री हेमंता विस्वा सरमा भी शामिल है, जिनकी एक चर्चित घोटाले में संलिप्तता की चर्चा रही है वहीं मुकुल राय समेत अनेक नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फाइलों में दफ़न हैं ।