जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 03 फरवरी ::जीकेसी कुटीर उद्योग की उत्पाद सामग्रियों को स्थानीय बाजार में लाने के लिए जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस) की महिलाओं ने प्रबंध न्यासी रागनी रंजन के नेतृत्व में तैयारी शुरु कर दी है। उक्त जानकारी प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) नंदा कुमारी ने दी।उन्होंने बताया कि संगठन अपने उत्पाद निर्माण की निरंतरता के लिए पहले चरण में कई महिलाओं को प्रशिक्षित किया है और प्रशिक्षित महिलाएं पहली चरण में मिर्ची का अचार स्थानीय बाजार में लाने के लिए काम शुरु कर दी है।प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) ने कहा कि कुटीर उद्योग के लिएकई मशीनों का क्रय प्रबंध न्यासी रागनी रंजन ने की है और इन मशीनों पर प्रशिक्षित महिलाएं लगातार काम कर रही है। उत्पाद की तैयारी करने में शुद्धता की पुरी तरह ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज की दौर में प्रत्येक क्षेत्र में कैम्पटिशन है और इसमें अपने को बनाए रखने के लिए उत्पाद की शुद्धता, कम समय में उपलब्धता और किफायत दर को ध्यान में रखकर ही तैयारी की जा रही है ताकि बाजार आसानी से कुटीर उद्योग को मिल सके।उन्होंने कहा कि कुटीर उद्योग के उत्पाद को बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध कराने के लिए हमारी मंशा लोकल फूड को नेशनल बनाने की है, क्योंकि देश भर में जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस) का अच्छा, बड़ा और बेहतर नेटवर्क है। इस नेटवर्क के माध्यम से हम एक राज्य से दूसरे राज्यों में आसानी से पहुंचा सकते हैं।बिहार प्रदेश अध्यक्ष नंदा कुमारी ने बताया कि फिलहाल कुटीर उद्योग में उत्पाद के रूप में चार तरह की बरियां और कई तरह के आचार तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुटीर उद्योग की मार्केटिंग के लिए जीकेसी ने दक्ष प्रोफेशनलों की एक बड़ी मार्केटिंग टीम तैयार कर ली है। उन्होंने कहा कि कुटीर उद्योग के सभी सदस्य उम्मीदें जताई है कि कम कीमत पर बाजार में उपलब्ध बरी और आचार से बेहतर हमारे क्वालिटी प्रोडक्ट को लोग पसंद करेंगे।कुटीर उद्योग की देख रेख की पूरी जिम्मेदारी प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन अपने हाथों में ले रखी है और उन्हें सहयोग करने में स्वेता रश्मि, नीना सिन्हा, पुष्पमाला कुमारी, दुर्गा कुमारी, और आराधना रंजन कुटीर उद्योग से जुड़ कर बढ़ चढ़ कर काम कर रही है।