पटना, २५ दिसम्बर। क्रिसमस के अवसर पर, बेउर स्थित सी बी एस ई से मान्यताप्राप्त विद्यालय ‘पाटलिपुत्र विद्यापीठ’ में एक भव्य विज्ञान-प्रदर्शनी लगायी गयी, जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी विशेष वैज्ञानिक-बुद्धि का परिचय दिया। विद्यार्थियों के बनाए गए मोडलों की सभी आगंतुकों ने सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों ने, प्रस्तुत किए अपने गीत और नृत्य से अभिभावकों का मन मोह लिया।
अभिभावकों और अतिथियों ने विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए मनोरंजन-मेला का भी जी भर का आनन्द उठाया।समारोह का उद्घाटन पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने किया। अपने उदबोधन में श्री प्रसाद ने कहा कि अंतर के अंधकार को मिटाने के लिए स्वयं को समझने की चेष्टा करनी होगी। शिक्षकों का कार्य केवल इतना ही नहीं है कि वे विद्यार्थियों को राकेट बनाने की विधि बताएँ, बल्कि इसके साथ यह भी बताया जाना आवश्यक है कि बच्चों में चारित्रिक-विकास और मनुष्यता का निर्माण कैसे हो।अपने अध्यक्षीय उद्गार में विद्यालय के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कहा कि यह विद्यालय विद्यार्थियों में आधुनिक ज्ञान के साथ नैतिक-शिक्षा भी देता है। विद्यालय के निदेशक डा आकाश कुमार, प्राचार्या मेनका झा, उप प्राचार्य विकास नारायण लाल, कुंदन झा, बी के झा, विभा सिन्हा, प्रीति सिन्हा, स्वाति कुमारी, मोनी कुमारी, सुधांशु कुमार, आशा गुप्ता आदि विद्यालय के शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्रगण उपस्थित थे। सांस्कृतिक प्रस्तुति कारने वाले छात्र-छात्राओं में शिंपी कुमारी, मनीषा, जूली, ख़ुशबू, दीपाली, राधा, उत्तर उतरायण, राधा भारती, शरण्या, बिशाखा, आरती, तुलसी, प्रियांजलि, जाहन्या राज, उत्तरा कीर्ति के नाम सम्मिलित हैं।
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