पटना सिटी । मौरिशस के पूर्व उप प्रधानमंत्री हरीश बुधु की पत्नी और भोजपुरी तथा हिन्दी की सुविख्यात लेखिका डा सरिता बुधु और बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने गुरुपर्व पर सोमवार को गुरुघर में आकर मत्था-टेका और विश्व-शांति के लिए प्रार्थना की। पत्रकारों से बातचीत करती हुईं डा बुधु ने बताया कि वो अनेकों बार भारत की और पटना की यात्रा कर चुकी हैं, किंतु यह पहला अवसर है जब उन्हें गुरु महाराज के इस महापर्व में भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि आज उन्हें एक अलग ही अनुभूति हुई है, जिससे वो भाव-विभोर हो रही हैं। आज उनका भुवनेश्वर के लिए उड़ान था,जहाँ अप्रवासी भारतीय महोत्सव में उन्हें भाग लेना है। किंतु वह उड़ान रद्द हो गयी। संभवतः गुरु महाराज का बुलाबा था। यहाँ से वो एक चिर-स्मरणीय उपलब्धि लेकर जा रही हैं।इसके पूर्व डा बुधु और डा सुलभ का गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटि के महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह, पूर्व महासचिव सरदार महेन्दर पाल सिंह ढिल्लन, सरदार त्रिलोक सिंह, सरदार दिलीप सिंह पटेल, आनन्द मोहन झा, सरदार जगजीत सिंह, सरदार सूरज सिंह, सरदार रणजीत सिंह आदि ने गुरुघर में स्वागत किया।
श्री ढिल्लन ने डा बुधु को ‘गुरु गोविन्द सिंह’ नामक पुस्तक भी भेंट की। गुरुद्वारा के ग्रंथी सरदार गुरु दयाल सिंह ने सबको सरोपा पहनाकर गुरु महाराज का आशीर्वाद प्रदान किया। उनके साथ वैशाली ज़िला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष शशि भूषण कुमार , संजय शुक्ला, मनोज बच्चन और पत्रकार अमित कुमार विश्वास ने भी गुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया।