मुजफ्फरपुर(रूपेश कुमार)-स्वास्थ्य कुव्यवस्था-अराजकता व असुविधा ने ली सैकड़ो से ज्यादे बच्चों की जान, बच्चों के मौत के जिम्मेदार केंद्र व राज्य के स्वास्थ्य प्रबंधन व मंत्रालय, MSU बन रहा है ‘सहारा’, MSU के सेनानी सोसल कैम्पेनिग के सहारे जुटा रहे है मेडिकल रिलीफ हेतु सामाग्री (गुलकोज-ओआरएस, थरमामीटर-बेबी फूड-जूस – भोजन – फल).
मालूम हो कि चमकी बुखार (AES) व चिकत्सीय आपदा से लगभग 150 से ऊपर बच्चों की मृत्यु हुई है. यह मृत्यु दर नित्य-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है , मृत्यु का मुख्य कारण अस्पतालों में डॉक्टरों – कर्मचारियों व दवाइयों की कमी है. आई सी यू के एक बेड पर 3 बच्चे, कोई नीचे धरती पर तो अन्यत्र यत्र-तत्र ईलाज करवाने को मजबूर है. मुजफ्फरपुर व अन्य जिलाओ में सैकड़ो से ज्यादे बच्चे बीमारी से नही मरे बल्कि स्वास्थ प्रबंधन मंत्रालय की लापरवाही के कारण ‘बालहत्या’ हुई है जिसके जिम्मेदार सरकार स्वास्थ्य के प्रति नाकामी – कुव्यवस्था हैं. मरने वाले बच्चों की उम्र 5-12 है वर्ष के बीच है. बच्चे लगातार छटपटा रहे है, सरकार की व्यवस्था चैन की निंद्रा में सोई हुई है.
मिथिला स्टूडेंट यूनियन विगत चार वर्षों से क्षेत्र व छात्र के विकास के लिए संघर्षरत एक मात्र गैर-राजनीतिक छात्र संगठन है. बिहार प्रभारी प्रियरंजन पांडेय , राष्ट्रीय संगठन मंत्री राघवेंद्र रमण , मुज्जफरपुर के साथी दाउद इब्राहिम – नितिन सिंह – अभिषेक कुमार, सीतामढ़ी के साथी संजय सिंह व अन्य दो दर्जन से ऊपर साथी मेडिकल राहत लेकर मुजफ्फरपुर में कैम्प कर रहे है. राहत हेतु सोसल कमीपेनिंग राष्ट्रीय महासचिव आदित्य मोहन, मनोज ठाकुर ‘SAVE CHILD’ की मुहिम चलाकर मेडिकल रिलीफ हेतु सामग्री जुटा रहे है. वही बिहार प्रभारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अस्पताल अधीक्षक व मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी से मिलकर प्रखंड पंचायत व जिला तक मेडिकल कैम्प लगाने की सहमति बनी एवं MSU के प्रतिनिधि लगातार अपने क्षमता अनुसार सम्पूर्ण अस्पताल में सहयोग में बनी हुई है. 20 डॉक्टरों की स्पेशल टीम आज शाम तक मुजफ्फरपुर पहुँचेगी फिर कल से मेडीकल कैम्प – दवाइयों व सामग्री के साथ मेडिकल कैम्प करेगी. MSU के सहयोग से सस्वंग डॉक्टरो की टीम लखनऊ से सहयोग करने आ रही है.
केंद्र सरकार व राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय इस आपातकाल स्थिति में मूर्धन्य बने हुए है , इस विकट – विषम परिस्थितियों में इनकी गहरी निंद्रा व निककमेपन नौनिहालों को काल के मुंह मे धकेलने का प्रयास कर रही है. MSU जहाँ तक सम्भव है मिथिलावासी सहयोग कर रहे है अपने क्षमता अनुसार पूरे तैयारी – व्यवस्था के साथ मुजफ्फरपुर में कैंप कर रही है.