पटना 17 अप्रैल 2020 ; राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को राजधर्म का याद दिलाते हुए प्रवासी बिहारियो को भगवान भरोसे नहीं छोड़ने का आग्रह किया है ।
राजद नेता ने कहा कि मोदी जी को देश में लाॅकडाउन लागू होने के 23 दिनों के बाद दूसरे राज्यों में फंसे बिहारियों की याद आयी है । इतने दिनों तक तो वे राजद सहित अन्य विपक्षी दलों के खिलाफ ट्वीट करने मे हीं व्यस्त थे । पटना जल जमाव और मुजफ्फरपुर के चमकी बुखार की तरह इस बार वे भूमिगत नहीं हुये थे । कोरोना संकट के दरम्यान कल जब पहली बार उप मुख्यमंत्री के रूप में मोदी जी का अवतरण हुआ तो लगा कि वे अन्य राज्य सरकारों की तरह दूसरे राज्यों में फंसे हुए बिहारियों को बिहार लाने के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी देंगे । पर इनके बयान से तो दूसरे प्रदेशों मे फंसे लोगों की मानसिक परेशानी और भी बढ गई है । प्रवासी बिहारियों के खाते में एक-एक हजार रूपये भेजने की बात तो मुख्यमंत्री जी स्वयं कई बार दूहरा चूके हैं । आंकड़ा भी वही है जिसे आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव पहले हीं सार्वजनिक कर चुके हैं ।
राजद नेता ने कहा कि सरकारी दावे के अनुसार जितनी राशि ( 1000 रू॰ ) खाते में भेजने की बात कही जा रही है वह काफी कम है । वहीं दावे के अनुसार कल 16 अप्रैल तक 6•67 लाख प्रवासी बिहारियों के खाते में एक-एक हजार रूपये भेज दिये गये हैं । जबकि अधिकांश लोगों से सम्पर्क करने पर पता चला कि किसी के खाते में पैसा गया हीं नहीं है ।और लोग भयंकर परेशानी का सामना कर रहे हैं । जिसकी वजह से हजारों हजार किलोमीटर पैदल चलकर भूखे प्यासे लोग बिहार लौटना चाह रहे हैं ।
सरकारी स्तर पर की गई व्यवस्था का कहीं अता पता नहीं है । अधिकांश हेल्पलाइन निष्क्रिय हैं । भाजपा और जदयू संगठन के स्तर पर तो कहीं दिखाई हीं नहीं पड़ रहा है । जबकि राष्ट्रीय जनता दल द्वारा अपने अन्य प्रदेश इकाईयों और बिहार के स्थानीय इकाईयों के बीच समन्वय स्थापित कर पार्टी द्वारा जारी हेल्पलाइन के माध्यम से प्रभावित लोगों को यथासंभव सहयोग देने का प्रयास किया जा रहा है.
शैलेश तिवारी, पोलिटिकल एडिटर