पटना 11 अगस्त 2020 ; राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने राज्य सरकार पर वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटाले और फर्जीवाडे करने का आरोप लगाया है ।
राजद नेता ने कहा कि पिछले कई वर्षों से राज्य की एनडीए सरकार वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटाला और फर्जीवाडा करती रही है । एनडीए द्वारा सरकारी खजाने की राशि को हजम करने का यह काफी पुराना नुस्खा है । उसी नुस्खे के तहत कल भी बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर साढे तीन करोड़ पौधा लगाने का दावा किया गया है । और हजारों करोड़ रुपये खर्च किये गये । इसमें कुछ पौधे तो कागज के पन्नों पर हीं लगा दिये जाते हैं और फोटो खिंचवाने के लिए जो पौधे लगाये भी जाते हैं कुछ दिनों के बाद उसे सुखा हुआ बता दिया जाता है । एनडीए शासन मे यह खेल काफी पुराना है।
राजद नेता ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2009 -10 और वित्तीय वर्ष 2010 -11 में मनरेगा योजना की राशि से राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण का सघन कार्यक्रम चलाया गया । काफी प्रचार प्रसार किया गया । मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के फोटो के साथ बड़े बड़े होर्डिंग और पोस्टर लगाये गये । एक-एक पंचायत में पाँच सौ से लेकर पाँच हजार पेड़ लगवाने का दावा किया गया । उसके देखभाल और सुरक्षा के नाम पर हजारों हजार करोड़ रूपये खर्च दिखलाये गये । पर आज कहीं एक भी पेड़ का दर्शन दुर्लभ है । कई बार जाँच की माँग हुई, सरकार द्वारा जाँच की घोषणा भी गई। पर सब कागज के पन्नों में दब कर रह गया ।
राजद नेता ने कहा कि राज्य के इस सबसे बड़े घोटाले में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका वन एवं पर्यावरण विभाग की है जो माननीय उप मुख्यमंत्री जी के जिम्मे है । उन्हें बताना चाहिए कि एनडीए शासनकाल के पन्द्रह वर्षों में राज्य में कुल कितने पेड़ और पौधे सरकार के स्तर पर लगाया गया । उसमें कितने पेड़ और पौधे का अस्तित्व बरकरार है । और अब तक कितनी राशि वृक्षारोपण और उसके रख-रखाव पर खर्च किए गए हैं ।
शैलेश तिवारी की रिपोर्ट.