मांझी इन दिनों काफी चर्चे में हैं दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर मांक्षी ने निशाना साधते हुए कहा कि जब भी देश या बिहार में किसी प्रकार का संकट आता है तो यह तीनों नेता हनीमून मनाने चले जाते हैं।
देखा जाए तो बिहार में विधानसभा चुनाव के दौर से बुजुर्ग और युवा नेताओं के बीच जारी जुबानी जंग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव समेत 3 युवा नेताओं पर तंज कसते हुए कहा था कि जब भी देश या बिहार में किसी प्रकार का संकट आता है तो यह तीनों नेता हनीमून मनाने के लिए चले जाते हैं। बस इस बयान पर तेज प्रताप यादव ने तीखा वार करते हुए यह कहा था कि मांझी जी मेरे बगल वाले घर में रहते हैं, कमरे में क्या-क्या करते हैं, हम भी पोल खोलेंगे।
दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेज प्रताप यादव ने मांझी के हनीमून वाले बयान पर भी जबरदस्त पलटवार करते हुए यह कहा है कि मांझी जी मेरे बगल वाले घर में ही रहते हैं, कमरे में क्या-क्या करते हैं, हम भी पोल खोलेंगे।
और तो और उन्होंने आगे यह भी कहा कि मांझी जी को अपने बुढ़ापे का ख्याल रखना चाहिए। उनके बेटे का महिला पुलिसकर्मी के साथ लफड़ा हो गया था… अगर मांझी जी बाहर जाएंगे तो हनीमून मनाने जाएंगे!
बताते चलें कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी तेज प्रताप यादव पर जमकर हमला बोला और उन्होंने ट्वीट कर कहा कि – ‘लालू प्रसाद के ज्येष्ठ पुत्र तेजप्रताप यादव ने कभी सारी मर्यादाएं तोड़ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चमड़ी उधेड़ लेने की धमकी दी, तो कभी अपने पिता के समकालीन नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की, लेकिन राजद ने न तो उनके बयानों पर खेद प्रकट किया, ना उन्हें भाषा पर संयम रखने की चेतावनी दी।’
प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट.