पटना, २७ अप्रैल । बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, अपने अनेक सदस्यों के असामयिक निधन पर शोक-पीड़ित है। विगत एक सप्ताह में सम्मेलन के तीन वरिष्ठ सदस्यों, प्रो अर्जुन तिवारी, प्रो गौरीनाथ राय तथा कवि अजय कुमार सिंह का निधन हो गया है। वे सभी कोरोना से पीड़ित थे। सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ के भांजे अनिमेष झा के निधन पर भी सम्मेलन के अधिकारियों ने संवेदना व्यक्त की है।
मंगलवार की संध्या साहित्य सम्मेलन में एक शोक-गोष्ठी आयोजित हुई, जिसमें उपरोक्त दिवंगत विद्वानों के निधन पर शोक-प्रकट किया गया तथा उनकी स्मृति को नमन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कहा कि दिवंगत तीनों ही विद्वानों का सम्मेलन से अत्यंत आत्मीय लगाव था। आयोजनों में प्रो अर्जुन तिवारी की उपस्थिति और उनके विद्वतापूर्ण व्याख्यानों से सम्मेलन लाभान्वित होता रहा है। हिन्दी भाषा और साहित्य के उन्नयन में उनका योगदान अत्यंत मूल्यवान है। प्रो गौरीनाथ राय पटनासिटी स्थित गुरूगोविंद सिंह महाविद्यालय में संस्कृत विभाग के आचार्य थे। हिन्दी और संस्कृत की मनोयोग से सेवा कर रहे थे। उनसे इन दोनों भारतीय भाषाओं की बड़ी अपेक्षाएँ थी।
डा सुलभ ने कहा कि कवि अजय कुमार सिंह सरस्वती के निपट एकांतिक और एक निष्ठ साधक थे। सम्मेलन के सभी कवि-सम्मेलनों में उनकी नियमित भागीदारी होती थी। यह आश्चर्य की बात है कि कोरोना-काल में उनकी उपस्थिति न के बराबर थी, फिर भी न जाने वो कैसे कब और कहाँ संक्रमित हो गए! उन्होंने कहा कि आज का दिन उनके लिए और भी दुःखकारी है कि उनके अपने भांजे अनिमेष का नोएड़ा के एक अस्पताल में निधन हो गया है। वह भी कोरोना से पीड़ित था।
गोष्ठी में उपस्थित साहित्याकारों ने दुखी अध्यक्ष को सांत्वना दी और सभी दिवंगत आत्माओं की शांति तथा उनके परिजनों को दुःख सहने की शक्ती मिले, इस हेतु दो मिनट का मौन रह कर ईश्वर से प्रार्थना की। गोष्ठी में मगध विश्वविद्यालय के दिवंगत पूर्व कुलपति अभिमन्यु सिंह के प्रति भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अनेक साहित्यकारों ने ह्वाट्स ऐप समूह से जुड़कर अपना शोक प्रकट किया। शोक प्रकट कारने वालों में सम्मेलन के उपाध्यक्ष नृपेंद्रनाथ गुप्त, मृत्युंजय मिश्र ‘करुणेश’, डा शंकर प्रसाद, प्रधानमंत्री शिववंश पाण्डेय, साहित्यमंत्री डा भूपेन्द्र कलसी, पूनम आनंद, अभिजीत कश्यप, डा विनय कुमार विष्णुपुरी, डा अर्चना त्रिपाठी, जय प्रकाश पुजारी, डा शालिनी पाण्डेय तथा कृष्ण रंजन सिंह के नाम सम्मिलित है।