कोलकाता. पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच कर रही फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में कमेटी ने साफतौर पर कहा है कि बंगाल में रेप , हत्याएं और आगजनी जैसी घटनाएं बड़े पैमाने पर हुई थीं. कमेटी के चेयरमैन सिक्किम हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस प्रमोद कोहली और पूर्व डीजीपी झारखंड निर्मल कौर ने कहा है कि चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई है.प्रमोद कोहली और निर्मल कौर ने कहा, ‘हमने रिपोर्ट में 27 शिकायतों का ज़िक्र किया है. बंगाल में चुनाव के बाद बड़े पैमाने पर हत्याएं, घर जलाने, घरों को तोड़ने और रेप की घटनाएं हुई हैं.’ उनका कहना है कि बंगाल में चुनाव के बाद लोकतंत्र खत्म होने जैसे हालात बन गए थे. पश्चिम बंगाल में विधानसभ चुनाव के बाद महिलाओं के साथ रेप किए गए. उनको इस दौरान धमकाया भी गया. रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि राज्य में महिलाओं के साथ शारीरिक और मानसिक, दोनों तरह से अत्याचार किए गए. इसके साथ ही राज्य में जनसांख्यिकीय बदलाव भी हो रहे है।ममता बनर्जी की सरकार को राज्य में हिंसा रोकने में विफल बताया है. कमेटी ने कुल 63 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है. इसे तैयार करने के लिए कमेटी के सदस्यों ने बंगाल का दौरा किया था. कमेटी ने यह भी कहा है कि राज्य की ममता सरकार वहां के लोगों के मूल अधिकारों का संरक्षण करने में भी विफल रही है.