कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट गया से /गरीबी का निदान लाचारी से नहीं कलमकारी से ही संभव; गुरू रहमान सर नें कहा.वजीरगंज के पतेड़ में शिक्षा महोत्सव पर सावित्रीबाई फुले की मनी जयंती.वजीरगंज गरीबी को आप केवल कलमकारी से ही खत्म कर सकते हैं, लाचारी दिखाने पर केवल आपका उपहास होगा, आज के परिवेश में कलम किसी के बाप की बपौती नहीं है, किसी भी धर्म और जाति के छात्र इसपर पकड़ बनाकर अपना भविष्य सुधार सकते हैं। ये बातें मंगलवार को पतेड़ में प्रियांशु किड्स अकादमी द्वारा आयोजित दो दिवसीय शिक्षा महोत्सव सह सावित्री बाई फूले जयंती समारोह के समापन मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए पटना में प्रतियोगिता कक्षा का संचालन कर पढ़ाने वाले गुरू रहमान सर ने कही। उन्होंने कहा कि पतेड़ का कोई भी छात्र मेरे पास आये और मात्र ग्यारह रूपये की गुरूदक्षिणा देकर तीन सालों तक शिक्षा ग्रहण करे, उसके भविष्य के मुकाम पर पहुंचाना हमारी प्राथमिकता होगी। मैं जीते जी शिक्षा व रक्त दान करता रहूँगा और मरने के बाद देह दान, आप भी अपनी लगन और मिहनत से हमारे छात्र रहे वर्त्तमान गया एसएसपी आशिष कुमार भारती की तरह अपने मुकाम तक पहुंचें। उन्होंने सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा महोत्सव आयोजन के लिये निदेशक महेश कुमार सुमन एवं समारोह में ग्रामीणों की भागीदारी के लिये धन्यवाद दिया। वहीं समारोह में उपस्थित दर्शक दीर्घा में बैठे ग्रामीणों व विद्यार्थियों को संभाले रखने के लिये लोक गायीका गायत्री यादव ने आधी रोटी भले खईह, लेकिन पढ़े ल स्कूल जईह बबुआ—–, करे खातीर कन्या दान एगो बचीया दे द न—- सहित दर्जनों गीतों की प्रस्तुति दी। वहीं गया जिप उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव, जिप सदस्य छोटु दास, मुखिया राजीव रंजन, समाजसेवी रामनरेश प्रसाद सिंह, पटना विश्व विद्यालय के छात्र नेता सुशिल कुमार, रौशन दा सहित अन्य ने सावित्रीबाई फुले के चित्र पर माल्यार्पण कर समारोह को संबोधित किया।