कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट ; राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि बिहार में शुरू किए गए जातीय जनगणना भाजपा को हजम नहीं हो रहा है। पहले उसके नेताओं द्वारा अनर्गल बयानबाजी की गई और लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया गया। पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के दृढ़ संकल्प की वजह से जब जातीय जनगणना का कार्य शुरू हो चुका है तो इसे बाधित करने के उद्देश्य से इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर कर दिया गया है।राजद प्रवक्ता ने कहा कि इस याचिका में जो सवाल उठाए गए हैं इसके पीछे कहीं न कहीं भाजपा की अड़ंगेबाजी वाली नीति दिखाई पड़ रही है। क्यों कि रिट में उन्हीं सवालों को उठाया गया है जिसको आधार बनाकर भाजपा बिहार में जातीय जनगणना को बाधित करना चाह रही थी। यदि भाजपा की नियत साफ है तो केन्द्र सरकार को बिहार में हो रहे जातीय जनगणना के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट में खड़ा होना चाहिए। अन्यथा यह माना जाएगा कि भाजपा के इशारे पर हीं जातीय जनगणना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर किया गया है।