पटना, ११ मार्च। इस वर्ष आहूत होने वाला बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का दो दिवसीय ४२वाँ महाधिवेशन आगामी २९-३० अप्रैल को आयोजित होगा। बिहार के सभी ज़िलों से अधिकतम पाँच-पाँच प्रतिनिधि भाग ले सकेंगे। राज्य के साहित्यकारों के अतिरिक्त देश के अनेक मनीषी विद्वान विभिन्न वैचारिक-सत्रों में अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। दो दिनों के इस साहित्य-महोत्सव में एक भव्य राष्ट्रीय कवि-सम्मेलन और संध्या में सांस्कृतिक-कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। समापन समारोह में बिहार की महान साहित्यिक विभूतियों के नाम से दिए जाने वाले अलंकरणों से साहित्य-सेवियों का सम्मान किया जाएगा।शनिवार की संध्या, सम्मेलन सभागार में आहूत, सम्मेलन की पुनर्गठित कार्यसमिति की बैठक में प्रस्ताव पारित कर यह निर्णय लिया गया है। बैठक के पश्चात यह जानकारी देते हुए, सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने बताया है कि सम्मानित की जाने वाली विदुषियों और विद्वानों के नाम की अनुशंसा हेतु ज़िला हिन्दी साहित्य सम्मेलनों एवं वरिष्ठ साहित्यकारों से आग्रह किया जा रहा है। कोई भी विद्वान किसी भी योग्य साहित्यकार का नाम सम्मान हेतु अनुशंसित कर सकते हैं। अनुशंसा भेजने की अंतिम तिथि ३१ मार्च निर्धारित की गई है।बैठक में साहित्य सम्मेलन, प्रयाग के अमृत-महोत्सव (७५वें) राष्ट्रीय अधिवेशन के संबंध में भी विमर्श किया गया और तैयारियों पर चर्चा की गई। यह अधिवेशन अगले वर्ष की प्रथम तिमाही में, पटना में आयोजित होगा, जिसकी मेज़बानी बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन ही करेगा। विगत २५-२६ फरवरी को वर्धा (नागपुर) में संपन्न हुए ७४वें अधिवेशन में, बिहार साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा सुलभ के आग्रह पर, स्थायी समिति ने यह निर्णय लिया।बैठक के आरंभ में, कार्यसमिति में उपाध्यक्ष के रूप में सम्मिलित किए गए, डा कुमार अरुणोदय, अर्थमंत्री के रूप में सम्मिलित किए गए प्रो सुशील कुमार झा, पुस्तकालय-मंत्री ई अशोक कुमार तथा सदस्य के रूप में सम्मिलित किए गए बाँके बिहारी साव, डा पूनम आनन्द, प्रवीर पंकज तथा प्रवक्ता अप्सरा रणधीर का, पुष्प-हार तथा अंग-वस्त्रम देकर स्वागत किया गया।बैठक में सम्मेलन के डा उपेंद्र नाथ पाण्डेय, डा शंकर प्रसाद, डा मधु वर्मा, डा कल्याणी कुसुम सिंह, प्रधानमंत्री डा शिववंश पाण्डेय, कुमार अनुपम, डा ध्रुव कुमार, डा पुष्पा जमुआर, डा शालिनी पाण्डेय, श्याम बिहारी प्रभाकर, डा पल्लवी विश्वास, सागरिका राय, डा मनोज गोवर्धनपुरी, डा आराधना प्रसाद, डा सुलक्ष्मी कुमारी, नीरव समदर्शी, डा नागेश्वर प्रसाद यादव, डा अमरनाथ प्रसाद, डा विनोद शर्मा, आचार्य विजय गुंजन, प्रवीर पंकज, अभय सिन्हा, राजेश कुमार भट्ट, आदि सदस्यगण उपस्थित थे।