कौशलेन्द्र पटना से /बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के वक्तव्य पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पद पर बैठा हुआ व्यक्ति चुने हुए विधायक और जनता का अपमान करके लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कहीं ना कहीं कमजोर करने की दिशा में दिया गया बयान है।इन्होंने कहा कि पूरे देश और दुनिया को पता है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव राघोपुर से चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं और राघोपुर की जनता ने वोट के माध्यम से उन्हे अपना विधायक चुना है, लेकिन गुमराह करने वाली बात करके नित्यानंद राय ने राघोपुर की जनता का न सिर्फ अपमान किया है बल्कि लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को भी कमजोर करने का भाजपा का जो एजेंडा है, उसी के तहत दिया गया यह वक्तव्य है ।इन्होंने नित्यानंद राय से अविलंब राघोपुर की जनता से माफी की मांग की है, क्योंकि उन्होंने लोकतंत्र में मिले वोट के अधिकार को भी अपने अनुसार ढालने का प्रयास किया है ,जो किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है। सबको पता है तेजस्वी प्रसाद यादव राघोपुर के विधायक रहते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री हुए। और अब राघोपुर के लोगों का मान सम्मान बढ़ा रहे हैं, साथ ही विधायक के तौर पर लगातार विकास कर रहे हैं।एजाज अहमद ने नित्यानंद राय से पूछा कि जब से भाजपा सरकार आई है महंगाई चरम सीमा पर है । केंद्र सरकार की मोदी सरकार ने खाने के सामानों पर भी जीएसटी टैक्स लगा दिया है। हद तो यह है कि छात्रों को शिक्षा हासिल करने वाली वस्तुएॅ कलम ,कॉपी, किताब से लेकर छात्रावासों तक पर टैक्स वसूली की जा रही है, आम लोगों के जन्म से लेकर मृत्यु तक पर जीएसटी टैक्स लेकर मोदी सरकार ने कफन तक को महंगाई की मार से लोगों के जीवन और मौत को भी संकट में डाल दिया।इन्होंने आगे कहा कि देश में परिवारवाद पर बात करने वाली भाजपा के नेता अमितशाह, राजनाथ सिंह, अनुराग ठाकुर, पवार फैमिली, पासवान ,माझी परिवार ,सीपी ठाकुर ,आर के सिन्हा ,कल्याण सिंह, सिंधिया परिवार के मामलों पर चुप्पी क्यों साधे है। भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा द्वारा दोहरा पैमाना अपनाती है ,जो भाजपा के साथ है वह इनके वाशिंग मशीन के माध्यम से भ्रष्टाचारी सदाचारी हो जाते हैं, भ्रष्टाचार को शिष्टाचार का रूप दे दिया जाता है ,जबकि विपक्षी दलों को बदनाम करने के लिए एजेंसियों के माध्यम से बदले की भावना के तहत बदनाम करो और राजनीतिक हित साधने की नीतियां अपनाई जा रही है। भाजपा हम दो हमारे दो की नीतियों से अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचा रही है । और देश में गरीबों को और गरीब बनाने की नीतियां चला रही है। जिस कारण गरीबों की संख्या निरंतर बढ़ रही है आज बीपीएल परिवार की संख्या 84 करोड़ से ऊपर हो गया है । जहां दो करोड रोजगार हर साल देने का वादा करने वाली भाजपा 9 साल में 18 करोड की जगह सिर्फ 7लाख 22हजार 131 लोगों को ही नौकरिया दी गई।बिहार में सत्ता से बेदखल होने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय एवं प्रांतीय नेता बेचैनी और बौखलाहट में लोकतंत्र और जनता को ही अपमानित करके लोकतांत्रिक और संवैधानिक प्रक्रिया को कमजोर करना चाह रहे हैं, जबकि उन्हें यह बात समझ में आ गई है की इंडिया गठबंधन से भाजपा मुद्दों के आधार पर घेर चुकी है। और एनडीए अब मुकाबला करने की स्थिति में नहीं है इसीलिए जनता और लोकतंत्र को अपमानित करके भाजपा देश की राजनीति में स्वयं को बनाए रखने का आखिरी कोशिश कर रही है, लेकिन इनका यह प्रयास देश की जनता 2024 के चुनाव में पूरी तरह से विफल कर देगी।