बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी “सुषुप्त अवस्था” में है। प्रदेश में बेलगाम अपराध और ध्वस्त विधि व्यवस्था के कारण प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की सत्ता प्रायोजित पूर्व नियोजित हत्याएं हो रही है लेकिन किसी पुलिस अधिकारी पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई एवं तबादला करने की बजाय अपराध वाले जिलों/क्षेत्रों में ही उन्हें लंबी अवधि तक, तब तक पोस्टिंग दी जा रही कि जब तक पोस्टिंग के वक़्त निवेशित राशि पर 𝐃𝐢𝐯𝐢𝐝𝐞𝐧𝐝 (लाभांश) ना मिल जाए।नीतीश कुमार की पुलिस अपराध की रोकथाम नहीं बल्कि शराबबंदी के नाम पर धन शोधन में व्यस्त है।हत्याओं की ये घटनाएं केवल पटना शहर (पटना जिला नहीं) के पुलिस के आँकड़े है लेकिन सच्चाई इससे भी कई गुणा भयावह है।