बॉलीवुड फिल्मों में बिंदास और बोल्ड अंदाज में नजर आने वाली अभिनेत्री माही गिल का मानना है कि असल जिंदगी में वो बहुत शर्मीली है, लेकिन वही दूसरी तरफ वो दबंग महिला भी है। वह कहती हैं वे इस तरह के किरदार निभाकर थक गई है। वह कहती हैं कि अगर किसी सेक्सी या बार गर्ल की जरूरत होती है तो मुझे बुलाया जाता है। इसके साथ ही अगर कोई वैश्या या शराब हाथ में लिए महिला का रोल है तो भी माही गिल यानि मुझे याद किया जाता है। वह कहती हैं, ”मेरे पास ‘साहेब, बीवी और गैंगस्टर’ जैसे कई किरदार आते हैं लेकिन अब मुझे कुछ नया करना है।
बीबीसी हिंदी से खास बातचीत में माही गिल एक घटना को याद करते हुए बताती हैं कि हाल ही में मेरे और मेरी टीम के साथ छेड़छाड़ हुई। मैं और मेरी पूरी टीम अल्ट बालाजी की एक सीरीज की शूटिंग कर रही थी। तभी कुछ लोग आए और गुंडागर्दी करने लगे। ”मैं दस साल से मुंबई में शूटिंग कर रही हूं। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ लेकिन मुंबई के पास बाहरी क्षेत्र में ये सब होता रहता होगा शायद और वही हमारे साथ भी हुआ। वो लोग आए और मार पीट करने लगे।
इस घटना के सिलसिले में हम मुख्यमंत्री से मिले और पुलिस ने उन्हें जल्दी ही ढूंढ निकाला। ये सब मेरे सामने हुआ तो मैं आगे आई और टीम के लिए इंसाफ मांगा। मुझे लगता है जिसके सामने ऐसी घटना हो उन्हें सामने आना चाहिए। लोगों को शांत नहीं बैठना चाहिए और आवाज बुलंद करनी चाहिए। माही को बॉलीवुड में काम करते करीब दस साल से भी ज्यादा हो रहे हैं लेकिन फिर भी उन्हें वो मौका नहीं मिला जो वो चाहती थी।
माही बताती हैं कि बॉलीवुड में कई लोग बड़े घराने से हैं लेकिन जरूरी नहीं सब अच्छी एक्टिंग भी करें। अगर आप मेरा करियर ग्राफ देखेंगे को आपको पता चलेगा कि मुझे टाइपकास्ट (एक ही जैसी भूमिका निभाना) कर दिया गया है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए माही कहती हैं, ”लोग मेरे पास एक जैसे रोल लेकर खूब आते हैं। मैं बार-बार वही किरदार नहीं करना चाहती हूं इसलिए कम काम करती हूं। एक अभिनेत्री के तौर पर मुझे कुछ अलग करना है। मैं भी चाहती हूं कि मेरी फिल्में भी परिवार के साथ देखी जा सकें। मैंने ‘फैमिली ऑफ ठाकुरगंज’ फिल्म की, जिसमें मेरा किरदार दबंग महिला का है।
माही बताती हैं कि निर्देशक अनुराग कश्यप की फिल्म ‘देव डी’ ने मेरी जिंदगी ही बदल दी। सब कुछ बहुत ही अच्छा चल रहा था। कई सारे लोगों ने लगातार फोन किए और कई फिल्मों के लिए ऑफर भी आए लेकिन अचानक मैं डिप्रेशन का शिकार हो गई। जो साल मेरे लिए सबसे अच्छा होना चाहिए था उसी साल न जाने मेरे साथ ऐसा क्या हुआ कि मैं डिप्रेशन में चली गई। फिर मुझे तिगंमांशु धुलिया की साहेब बीवी का किरदार मिला। मैं उनकी शुक्रगुजार हूं, मैं कभी नहीं भूलूंगी कि उन्होंने मुझ पर ऐसे में विश्वास किया।