छपरा में मंगलवार को अपराधियों के साथ हुए मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए। बिहार के डीजीपी बुधवार की सुबह छपरा पहुंचे। मीडिया के साथ बातचीत में डीजीपी ने कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने दी जाएगी। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि सारण के मढ़ौरा में मंगलवार की शाम अपराधियों की फायरिंग में एसआईटी के सब इंस्पेक्टर व एक जवान शहीद हो गए। एक अन्य जवान जख्मी हो गया। मृतकों में 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर (दारोगा) मिथिलेश कुमार साह व सिपाही फारूक शामिल हैं। जख्मी जवान रजनीश कुमार की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है। उसे सदर अस्पताल से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। अपराधी एसआईटी की एक एके-47 राइफल और एक पिस्टल लूट ले गए। वहीं अपराधियों की एक पिस्टल और चार खोखे एसआईटी के हाथ लगे हैं।
शहीद मिथिलेश भोजपुर की पियरौंटा पंचायत के नागोपुर गांव के रहने वाले थे जबकि फारूक सहरसा के गम्हरिया निवासी थे। एसआईटी की टीम मढ़ौरा में एक कुख्यात गुट की टोह में गई थी। बताया जाता है कि टैक्सी स्टैंड के पास हथियारों के जखीरे के साथ स्कॉर्पियो पर सवार छह से अधिक अपराधी एसआईटी टीम को आते दिखे। टीम ने स्कॉर्पियो को रोकने की कोशिश की। लेकिन स्कॉर्पियो रुकते ही अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अपराधी अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। उन लोगों ने एसआईटी टीम पर 15-20 राउंड फायरिंग की। वे फायरिंग करते हुए ही फरार हो गए। इसके बाद लोगों ने खून से लथपथ तीन पुलिसकर्मियों को सड़क पर देखा और पुलिस को सूचना दी। मढ़ौरा पुलिस पहुंची और तीनों को मढ़ौरा अस्पताल ले आई। वहां तैनात डॉक्टर ने मिथिलेश व फारुक को मृत घोषित कर दिया और रजनीश को सदर अस्पताल भेज दिया।
संजय कुमार,छपरा