मेरठ से सऊदी अरब निर्यात किए गए भारतीय बासमती चावल के 250 कंटेनर दुबई पोर्ट से गायब हो गए हैं। उनमें 30 से 35 करोड़ रुपये की कीमत का बासमती चावल था। कंटेनर गायब होने से निर्यातकों में हड़कंप मचा है। घटना के करीब 15 दिन बाद भी कंटेनर्स का पता नहीं चल पाया है। इस प्रकरण को भारतीय दूतावास में भी रखा गया है।
ईरान के बाद सऊदी अरब दूसरा ऐसा देश है, जहां सबसे ज्यादा भारतीय बासमती का निर्यात होता है। दोनों देशों में भारतीय बासमती को बहुत पसंद किया जाता है। ज्यादा बासमती निर्यात के मामले में दो साल पहले सऊदी अरब नंबर वन था। फिलहाल ईरान आगे है।
हाल ही में सऊदी अरब निर्यात के लिए गए बासमती के 250 कंटेनर दुबई पोर्ट से गायब होने से निर्यातक परेशान हैं। निर्यातक गायब माल को बरामद कराने के लिए लगे हुए हैं। मामले में हरियाणा में एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। साथ ही ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्ट एसोसिएशन ने प्रकरण को भारतीय दूतावास में भी रखा है।
बासमती बड़ी मात्रा में विदेशों में निर्यात होता है। हाल ही में निर्यातकों को दूसरी बार बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा है। एक ओर ईरान में निर्यात किए बासमती का 1500 करोड़ रुपये फंसा है। वहीं अब सऊदी अरब निर्यात किए गए बासमती के कंटेनर गायब हो गए हैं। इन दोनों मामलों को लेकर निर्यातक परेशान हैं।
बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ. रितेश शर्मा के अनुसार, भारतीय दूतावास से ही इस मामले में मदद मिलेगी। उन्हें पूरी जानकारी दे दी गई है। उम्मीद है जल्द सभी कंटेनर का पता चला जाएगा। हरियाणा में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। 250 कंटेनर में करीब 30 से 35 करोड़ रुपये का माल था। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है|
कौशलेन्द्र पराशर का रिपोर्ट