इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अरुण जेटली से हुई पहली मुलाकात का जिक्र अपने शो ‘आज की बात’ में किया। अरुण जेटली से उनकी पहली मुलाकात1973 में हुई थी। रजत शर्मा ने कहा, ‘मुझे आज भी वो दिन याद है जब मेरी अरूण जेटली से पहली मुलाकात हुई थी। मैं गरीब परिवार से था और दस भाई बहनों का बड़ा परिवार था। पुरानी दिल्ली में एक छोटे से कमरे में पूरा परिवार रहता था। लेकिन मैं पढ़ना चाहता था और श्रीराम कॉलेज में एडमीशन लेने पहुंचा था।’ रजत शर्मा ने बताया कि उस वक्त अरूण जेटली दिल्ली यूनीवर्सिटी में ABVP के छात्र नेता थे। ‘मैं एडमीशन फॉर्म जमा कराने गया था और एडमीशन फीस में तीन रूपए कम थे। मैं परेशान था कि तीन रूपए कहां से आएंगे। तभी पीछे से किसी ने कंधे पर हाथ रखा। मुड़कर देखा तो जेटली थे, शायद उन्होंने मेरे चेहरे को पढ़ लिया था..मेरी परेशानी को समझ लिया था।’
रजत शर्मा ने आगे बताया कि अरुण जेटली ने उनका नाम पूछा और कहा कि क्या दिक्कत है? रजत शर्मा ने उस समय की घटना को याद करते हुए कहा, ‘मैंने थोड़ी हिचक के साथ अपनी दिक्कत बताई तो वे बोले चिन्ता न करो पंडित जी। पैसे के चक्कर में पढ़ाई थोड़े छूटेगी। मेरा फॉर्म पूरी फीस के साथ जमा हो गया। एडमीशन हो गया। उस दिन जो हाथ मेरी मदद में आगे बढ़ा था वो आज छूट गया।’अरुण जेटली के निधन की खबर पर इंडिया टीवी के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने दुख जताया। उन्होंने कहा “अरुण जेटली मेरे परम मित्र थे. हमारी मित्रता पांच दशक पुरानी थी. उनके निधन से मैं मर्माहत हूं. ईश्वर उनके परिवार को दुख की इस घड़ी में शक्ति प्रदान करें. जेटली एक कुशल प्रशासक, एक विज्ञ विधिवेत्ता, और एक निष्कलंक राजनेता थे. परमेश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
कौशलेन्द्र