शैलेश तिवारी की रिपोर्ट /महान् संन्यासी दार्शनिक एवं संगठक धर्मसम्राट् स्वामी श्रीकरपात्रीजी महाराज की 116 वीं जयंती पर अखिल भारतीय जनसंघ श्रीकृष्णापुरी गुरुकुल कार्यालय में पूजन-अर्चन और संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्वामी श्रीकरपात्रीजी महाराज के प्रशिष्य आचार्य डॉ भारतभूषण पाण्डेय ने कहा कि पूज्य स्वामी जी महाराज ने प्राणी मात्र के उत्कर्ष और विश्व कल्याण के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया।वे महान दार्शनिक,महान संन्यासी और महान संगठक थे। परतंत्र भारत में अखिल भारतवर्षीय धर्मसंघ के आयोजनों,यज्ञानुष्ठानों तथा आन्दोलनों के माध्यम से राष्ट्र, धर्म और वैदिक संस्कृति का महाजागरण किया। लगभग उत्तर भारत में वैदिक यज्ञों का लोप होने लगा था और दक्षिण भारत में विद्वान् लोग सूखी सामग्री से यज्ञ की विधि की रक्षा कर रहे थे उस समय पूज्य स्वामी जी ने विशाल यज्ञों का आयोजन मुंबई, दिल्ली आदि प्रमुख केंद्रों पर करके वैदिक विरासत और उसकी दिव्यता से देशवासियों तथा अंग्रेजी सल्तनत को परिचित कराया। आचार्य ने कहा कि महामना मदनमोहन मालवीय और महात्मा गांधी ने रामराज्य की अवधारणा तथा रघुपति राघव राजाराम का उद्घोष पूज्य करपात्री स्वामी जी के प्रभाव से ही प्राप्त किया था। आचार्य ने कहा कि 14 अगस्त 1947को देश विभाजन का विरोध स्वामी जी ने तथा उनके अनुयायियों ने वायसराय के बंगले के बाहर प्रदर्शन कर किया था। गोवंश की रक्षा, वैदिक वर्णाश्रम सदाचार,मठ-मंदिरों की मर्यादा आदि के लिए पूज्य स्वामी जी तथा उनके नेतृत्व में रामराज्य परिषद् द्वारा किए गए आन्दोलन इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। रामराज्य और मार्क्सवाद जैसे कालजयी ग्रंथ के द्वारा समस्त पाश्चात्य मतों की अपूर्णता तथा अदूरदर्शिता का परिमार्जन किया और भारतीय मनीषा के प्रकाश से विश्व को अनुप्राणित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए अशोक कुमार सिंह और अधिवक्ता ए के पांडेय ने कहा कि अप्रतिम व्यक्तित्व त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति तथा सरस्वती के वरदपुत्र थे स्वामी करपात्री जी महाराज जिनके द्वारा की गई धर्म और ब्रह्म की व्याख्या आज की पीढ़ी के लिए अत्यंत मननीय पाथेय तथा समस्त विश्व के लिए औषधि है। स्वागत भाषण कुंज बिहारी दूबे संचालन डॉ अखिलेश कुमार दुबे और धन्यवाद ज्ञापन डॉ उमेश कुमार गुप्ता ने किया। स्वामी जी का पूजन प्रदेश मंत्री रवीन्द्र कुमार तिवारी,डॉ चंद्रशेखर पांडेय,समीर कुमार मिश्र,पं इंद्रजीत पांडेय मृत्युंजय चौधरी ने किया।