प्रिया सिन्हा, संपादक
22 अक्टूबर, 2019 को त्राल में हुई मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया गया और इस ऑपरेशन में बड़ी सफलता यह हाथ लगी कि इस मुठभेड़ में गजवत-उल-हिंद का सरगना हामिद लल्हारी भी शामिल था। बता दें कि 2016 में एक्टिव हुए लल्हारी ने जाकिर मूसा के बाद इस ग्रुप की कमान संभाली हुई थी।
यह कहना गलत नहीं होगा कि जम्मू-कश्मीर में सेना और पुलिस को आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है। 23 अक्टूबर, 2019 (बुधवार) को जम्मू-कश्मीर के पुलिस DGP दिलबाग सिंह ने इस एनकाउंटर के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सारी बातों की जानकारी देते हुए कहा कि “त्राल के एनकाउंटर में तीन आतंकी मारे गए जो तीनों ही लोकल आतंकी थे. इनमें हामिद लल्हारी भी शामिल था…”
दिलबाग सिंह ने आगे कहा कि जाकिर मूसा के बाद इस ग्रुप की कमान हामिद लल्हारी को दी गई थी, इसी ने इस ग्रुप को दोबारा खड़ा किया… लल्हारी ने ही नावेद और जुनैद को शामिल किया, तीनों जैश के साथ काम कर रहे थे। यही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि आजकल जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर और हिज्बुल के साथ मिलकर घाटी में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था।
“हथियार उठाने से सिर्फ मौत मिलेगी” – DGP दिलबाग सिंह
DGP दिलबाग सिंह ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर के युवाओं से एक बार फिर आतंक के रास्ते पर ना जाने की गुजारिश करते हुए कहा कि “जो लोग पाकिस्तान के इशारों पर गलत रास्ते पर चल रहे हैं, वो सुधरें और वापस सही रास्ते पर आएं…” उन्होंने कहा कि हथियार उठाने से कुछ नहीं होगा, वो सिर्फ मौत का एक जरिया है।