जमुई से सांसद और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान को मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है। इस बैठक में रामविलास पासवान भी मौजूद रहे। चिराग से पहले उनके पिता पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।2014 लोकसभा चुनाव से पहले रामविलास पासवान ने चिराग को लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके पांच साल बाद उनके हाथों में पार्टी की कमान सौंप दी गई है। इस साल लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन में चिराग ने भी अहम भूमिका रही थी। चिराग को कमान सौंपने के संकेत दिल्ली में रामविलास ने देते हुए कहा था कि हम चाहते हैं कि अगली पीढ़ी अब अपना काम संभाले। रामविलास पासवान बीमार चल रहे हैं जिस वजह से चिराग पासवान को पार्टी की कमान सौंपी गई, फिल्म जगत में नाकाम होने के बाद चिराग ने राजनीति का रुख किया था। 2013 में चिराग पासवान फिल्मी दुनिया छोड़ कर राजनीति में सक्रिय हुए थे। 31 अक्टूबर 1983 को बिहार के खगड़िया जिले में जन्मे चिराग पासवान ने दिल्ली के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग से 10वीं और 12वीं की शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी में बीटेक कंप्यूटर साइंस में ऐडमिशन लिया। हालांकि पढ़ाई के बीच में ही वह मॉडलिंग और फिल्मों में किस्मत आजमाने मुंबई निकल गए। वह चिराग का रोजगार नाम से एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) भी चलाते हैं, जो राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए काम करता है।