पटना, १८ मार्च। केरल में हिन्दी के प्रचार-प्रसार और हिन्दी-साहित्य के मलयालम अनुवाद पर पर्याप्त बल दिया जा रहा है। केरल के सभी शिक्षित लोग हिन्दी समझते और बोलते हैं। वहाँ हिन्दी से भी उतना ह... Read more
पटना, २१ फरवरी । सुप्रसिद्ध समालोचक और भूपेन्द्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो अमरनाथ सिन्हा का अस्थि-कलश बुधवार को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में अंतिम-दर्शनार्थ रखा गया... Read more
पटना, 16 फरवरी। आगामी 29,30और 31 मार्च को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में, आहूत हो रहे साहित्य सम्मेलन, प्रयाग के अमृत-महोत्सव (75वाँ)राष्ट्रीय अधिवेशन तथा बिहार सम्मेलन के 43वें महाधिवेशन... Read more
पटना, ११ फरबरी। हिन्दी भाषा और साहित्य के उन्नयन में अप्रतिम अवदान देनेवाले मनीषी विद्वान, प्रकाशक और संपादक आचार्य रामलोचन शरण ‘बिहारी’, खड़ी बोली के अभिनव गद्य शैली के प्रवर्तक... Read more
पटना, ११ फरवरी। हिन्दी और मैथिली भाषाओं के कथा-साहित्य में विशिष्ट स्थान रखने वाली लेखिका डा उषा किरण खान के निधन से बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन अत्यंत मर्माहत हुआ है। वह बिहार की गौरव लेखि... Read more
पटना, ५ फरवरी। गीति-साहित्य के अतुल्य कवि आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री बिहार के ही नहीं, हिन्दी साहित्य के विशाल आगार के गौरव-स्तम्भ हैं। हिन्दी के गीत-साहित्य की चर्चा, उनके विना सदा अधूरी र... Read more
पटना, ४ फरवरी। मुंशी प्रेमचंद की कहानियों पर लिखा गया नाटक ‘सद्गति’, समाज में व्याप्त ऊँच-नीच की भावनाओं और कुप्रथाओं पर कठोर प्रहार करता है। कवि-नाटककार ब्रह्मानन्द पाण्डेय द्वा... Read more
पटना, ४ फरवरी। मुंशी प्रेमचंद की कहानियों पर लिखा गया नाटक ‘सद्गति’, समाज में व्याप्त ऊँच-नीच की भावनाओं और कुप्रथाओं पर कठोर प्रहार करता है। कवि-नाटककार ब्रह्मानन्द पाण्डेय द्वा... Read more
पटना, ३० जनवरी। महाकवि जयशंकर प्रसाद एक युग-प्रवर्त्तक साहित्यकार थे, जिन्होंने एक साथ, कविता, कहानी, उपन्यास और नाटक लेखन के क्षेत्र में हिन्दी साहित्य को गौरवान्वित करने वाली, विश्व-विश्रु... Read more
पटना, २६ जनवरी। भारत का ७५वाँ गणतंत्र दिवस, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में समारोहपूर्वक मनाया गया। राष्ट्रीय-ध्वज का आरोहण सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने किया। ध्वजारोहण के पश्चात अपने... Read more
पटना, २० जनवरी। अपने समय में बिहार के, विशेषकर राजधानी के सांस्कृतिक-धड़कन बने रहे राजनेता और साहित्य-सेवी डा पूर्णेंदु नारायण सिन्हा का व्यक्तित्व अद्भुत था। औपचारिकता से सर्वथा दूर का संबं... Read more
पटना, १८ जनवरी। हिन्दी भाषा के उन्नयन में भारत के जिन महापुरुषों ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया, उनमें एक महान नाम डा लक्ष्मी नारायण सिंह ‘सुधांशु’ जी का भी है, जो बिहार हिन्द... Read more