कौशलेन्द्र पाण्डेय, पोलिटिकल संवाददाता
इतिहास रच दिया देवेंद्र और अजित पवार ने, उदव ठाकरे और शिव सेना की बनी सरकार, राज्यपाल भगतसिंह कोशियरी ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. महाराष्ट्र की सियासत में आज की सुबह सबसे बड़ा उलटफेर लेकर आई। पिछले करीब एक महीने से जारी सियासी घटनाक्रम में अचानक सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए आज सुबह देवेंद्र फणनवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली। आज राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही एनसीपी के अजित पवार ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली है। उन्हें राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन में शपथ दिलाई।
एनसीपी ने भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने के लिए समर्थन दे दिया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने भी उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.यह घटनाक्रम उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले ही शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने को लेकर सहमति बनी थी. शरद पवार ने शुक्रवार को ख़ुद इस बात की जानकारी दी थी.आज ये तीनों पार्टियां मिलकर बाक़ी मुद्दों पर चर्चा करने वाली थीं मगर सुबह-सुबह देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने मुंबई में राजभवन में शपथ ग्रहण कर ली.महाराष्ट्र की 288 सीटों वाली विधानसभा में पिछले महीने बीजेपी ने 105 सीटें जीती थीं. एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली थी.शिव सेना के हिस्से में 56 सीटें आई थीं. कांग्रेस ने 44 सीटें हासिल की थीं.बीजेपी ने शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और एनसीपी ने कांग्रेस के साथ.
बीजेपी और शिव सेना का गठबंधन आराम से सरकार बना सकता था मगर दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद और ‘सत्ता में साझेदारी’ को लेकर मतभेद पैदा हो गए थे.इसके बाद शिव सेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिशें शुरू की थीं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच कई दिनों तक चली चर्चा के बाद आज सरकार बनाने पर कोई फ़ैसला आने की संभावना जताई जा रही थी.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण के थोड़ी देर बाद ही ट्वीट करते हुए देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को बधाई दी और विश्वास जताया कि दोनों नेता मिलकर महाराष्ट्र के भविष्य के लिए मिल-जुलकर काम करेंगे.