कोलकाता,
लोकसभा में मंगलवार को पास हुए नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 में भारतीय नागरिकता पाने का इंतजार कर रहे ‘योग्य’ शरणार्थियों के भारत में निवास की न्यूनतम अवधि घटाकर छह से पांच साल कर दी गई है। इस बदलाव की वजह से दिसंबर 2014 से पहले भारत में प्रवेश करने वाले ऐसे शरणार्थियों को अब नागरिकता के आवेदन के लिए एक दिन भी इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसका असर बंगाल की राजनीति पर पड़ना तय है, इसलिए इस फैसले से बंगाल बीजेपी बहुत खुश है।इससे पहले बिल में भारत में प्रवास की न्यूनतम अवधि को 11 साल से घटाकर 6 साल किया गया था। अब इसमें एक और साल की कमी करने से पांच साल पहले भारत में आए हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी शरणार्थियों की इंतजार की घड़ियां अब खत्म हो गईं हैं।