विकास कुमार सिंह, सब एडिटर /मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में कोविड-19 से संबंधित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राज्य में कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक एक्टिव केसेज वाले आठ जिलों पटना, जहानाबाद, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान एवं सारण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। राज्य में कोरोना के एक्टिव केसेज, टेस्टिंग, टीकाकरण एवं अस्पतालों में कोविड को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं के संबंध में भी प्रधान सचिव ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। पटना, जहानाबाद, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान, सारण, मुंगेर, अरवल, शेखपुरा एवं शिवहर के जिलाधिकारियों ने कोरोना की अद्यतन स्थिति के सम्बन्ध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी दी। अपने अपने जिलों में एक्टिव कोरोना मामलों की संख्या, वैक्सीनेशन स्टेटस, अवेयरनेस कैम्पेन, कंटेनमेंट जोन एवं कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में सभी जिलाधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दी।बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण राज्य में तेजी से फैल रहा है। इस बात का आकलन करें कि कोरोना के मामले क्यों बढ़ रहे. नये केसेज किन क्षेत्रों में हैं, वहां कौन लोग बाहर से आये हैं, इन सब बातों की पूरी जानकारी रखें। बाहर से आनेवाले लोगों एवं उनके सम्पर्क में आने वाले लोगों पर भी नजर रखें। संक्रमण के कारणों का विश्लेषण करने के साथ ही पिछली बार के अनुभवों के आधार पर रणनीति बनाकर काम करें। कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में अधिक से अधिक टेस्टिंग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ केयर वर्कर जो काम में लगे हैं, उन सभी की कोरोना जांच करवाएं और उनके सम्पर्क में आने वाले उनके परिजनों की भी जांच करवाएं। जितनी अधिक जांच होगी, कोरोना संक्रमण के मामलों का पता चलेगा। सभी लोगों को कोरोना को लेकर अलर्ट रहने की जरूरत है, लोग सचेत रहेंगे तो कम से कम नुकसान होगा। सार्वजनिक आयोजनों में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों और कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोग विशेष सतर्कता बरतें।उन्होंने निर्देश देते हुये कहा कि कोविड-19 टीकाकरण का काम तेजी से कराएं। सेकंड स्टेज के टीकाकरण के लिए भी लोगों को अलर्ट करते रहें। अधिक से अधिक टीकाकरण होने से कोरोना संक्रमण का असर कम से कम होगा। राज्य की आबादी अधिक है, आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ए0इ0एस0 एवं जापानी इन्सेफ्लाइटिस बीमारी से बचाव को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी रखे।मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से फैल रहे हैं। उन राज्यों से बिहार के लोगों के वापस आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रखण्ड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था भी तैयार रखें। जिन क्षेत्रों में कोरोना के मामले हैं, वहां कन्टेनमेंट जोन बनाकर काम करें।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के प्रति सभी सजग रहें, कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। सभी लोग मास्क का प्रयोग करें, आपस में दूरी बनाकर रखें एवं हमेशा हाथ धोते रहें।बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक प्रदीप झा, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक/उप महानिरीक्षक, सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक जुड़े हुए थे।