कौशलेन्द्र पाण्डेय
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन एक्ट के पक्ष में राजस्थान के जोधपुर में 3 जनवरी, 2020 में जनसभा की और इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्ष के नेताओं पर जमकर हमला भी बोला। बता दें कि अमित शाह ने यहां ऐलान किया कि ‘जितना भी भ्रम फैलाना है… फैला लें लेकिन बीजेपी इस कानून पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी…’ केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि ‘अगर राहुल गांधी ने कानून पढ़ा है तो वह उनसे बहस कर सकते हैं…’
अमित शाह यहीं नहीं रूके… आगे वह कहते हैं कि कांग्रेस, ममता दीदी, एसपी, बीएसपी, केजरीवाल एंड कंपनी सभी इस कानून का विरोध कर रहे हैं और इन सभी को मैं चुनौती देता हूं कि वो साबित करें इससे किसी अल्पसंख्यक को नुकसान होगा… अमित शाह ने तो यह तक कह डाला कि ‘राहुल बाबा, अगर कानून पढ़ा है तो इसपर चर्चा करने के लिए आ जाइए… और अगर नहीं पढ़ा है तो मैं आपको इटली भाषा में इसका ट्रांसलेशन भेजने के लिए तैयार हूं…’
यही नहीं, अमित शाह ने ऐलान कर दिया कि भले ही सारी पार्टी एक हो जाएं, बीजेपी CAA पर एक इंच भी वापस नहीं आएगी… जितना भी भ्रम फैलाना है, फैला लो… लेकिन हम इस कानून पर पीछे नहीं हटेंगे…
इस खास जनसभा में अमित शाह ने लोगों को एक नंबर भी दिया और कहा कि इस पर मिसकॉल देकर CAA के लिए अपना समर्थन अवश्य दर्ज कराएं… अमित शाह द्वारा दिया गया नंबर यह है – 8866288662
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मानें तो भारतीय जनता पार्टी ने देश के अंदर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान का आयोजन किया और जिनको वोटबैंक की राजनीति करने की आदत है वही इसका विरोध कर रहे हैं… कांग्रेस पार्टी ने CAA के खिलाफ दुष्प्रचार किया है, जिसकी वजह से देश के हजारों युवा गुमराह हुए। बस इसी वजह से हम CAA को लेकर जनजागरण कर रहे हैं।
गृह मंत्री बोलते हैं कि पाकिस्तान-बांग्लादेश-अफगानिस्तान से जो हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी अल्पसंख्यक आए, उनकी किसी ने चिंता नहीं की… लेकिन मोदी सरकार ने इस वादे को निभाया है।
भारत में नागरिकता देने का महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल समेत सभी नेताओं ने इसका वादा किया था… अमित शाह ने सवाल किया कि क्या यह भी सांप्रदायिक थे??? कांग्रेस ने वोटबैंक की वजह से कुछ नहीं किया, लेकिन नरेंद्र मोदी 56 इंच की छाती वाले हैं वह किसी से नहीं घबराते हैं।