प्रिया सिन्हा, चीफ सब एडिटर.
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से ज़ोरों-शोरों से शुरु हो गई है। आरजेडी, जेडीयू, भाजपा और कांग्रेस ने बिहार जीतने के लिए कमर कस ली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं, वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी यादव भी महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद की रेस में हैं।
ऐसे में एक और मुख्यमंत्री उम्मीदवार का नाम सामने आ रहा है। यह उम्मीदवार महिला है। बिहार के कई अखबारों में छपे विज्ञापन ने सबको चौंकाकर रख दिया है। दरअसल, विज्ञापन में पुष्पम प्रिया चौधरी नाम की एक महिला ने खुद को बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बताया है। विज्ञापन के जरिए इस महिला ने साफ बताया है कि उसने ‘प्लूरल्स’ नाम का एक राजनीतिक दल बनाया है और वह उसकी अध्यक्ष हैं।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि 8 मार्च को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है… और इसी खास मौके पर बिहार के अखबारों में विज्ञापन देते हुए मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश की। उन्होंने पार्टी का नाम प्लूरल्स दिया है जबकि ‘जन गण सबका शासन’ पंच लाइन दी है। पुष्पम प्रिया ने विज्ञापन में साफ बताया है कि उन्होंने विदेश में पढ़ाई की है और अब बिहार वापस आकर प्रदेश को बदलना चाहती हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पुष्पम प्रिया चौधरी ने डबल एमए किया है। इंग्लैंड के द इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज विश्वविद्यालय से एमए इन डेवलपमेंट स्टडीज और लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलीटिकल साइंस से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए किया है। गौरतलब है कि वह दरभंगा निवासी हैं और जेडीयू के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी हैं। अभी वो लंदन में ही रहती हैं।
पुष्पम प्रिया चौधरी ने विज्ञापन के द्वारा बिहार की जनता को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह अगर वह बिहार की मुख्यमंत्री बन जाती हैं तो 2025 तक बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बना देंगी और 2030 तक इसका विकास यूरोपियन देशों जैसा होगा।