पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को हुई अपने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में भारत-चीन विवाद को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने चीन के इस रुख को स्वीकार कर हमारी स्थिति को काफी नुकसान पहुंचाया है।
वहीं, कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन ने जो भी कदम उठाए उसका कारण केंद्र सरकार की विदेश नीति की असफलता है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने स्थापित कूटनीति की आधारभूत संरचना को ध्वस्त कर दिया है।
यही नहीं, बैठक में मौजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी ने आरोप लगाया कि चीन के साथ सीमा पर संकट, कोरोना वायरस महामारी और अर्थव्यवस्था से जुड़े संकट का मुख्य कारण नरेंद्र मोदी सरकार का कुप्रबंधन और उसके द्वारा अपनाई गई नीतियां हैं। सोनिया गांधी ने तो यहां तक दावा कर दिया कि कोरोना संकट और इसके बाद की स्थिति से निपटने में सरकार पूरी तरह से विफल रही है और इन सबके बीच पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि कर लोगों की पीड़ा भी बढ़ा रही है।
और तो और राहुल गांधी ने लद्दाख में गतिरोध को लेकर भी सवाल किया है कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है??? उन्होंने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एवं अपने पिता राजीव गांधी द्वारा लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील की ली गई है व साथ ही एक तस्वीर ट्विटर पर साझा करते हुए यह भी कहा कि चीनी आक्रमण के खिलाफ हम एकजुट खड़े हैं। राहुल गांधी ने सवाल किया कि – ‘क्या भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा किया है?’
बताते चलें कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर भी सवाल खड़ा किया था। राहुल ने कहा कि आखिर इस टकराव के समय चीन हमारे प्रधानमंत्री की तारीफ क्यों कर रहा है? उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया था कि ‘चीन ने हमारे सैनिकों की हत्या कर दी है… चीन ने हमारी जमीन ले ली। फिर चीन इस टकराव के दौरान मोदी की तारीफ क्यों कर रहा है?’
प्रिया की रिपोर्ट.