बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ जिसके बाद नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय हो गया है उपमुख्यमंत्री की खोज शुरु हो गई है। वहीं, भाजपा के कार्यकर्ताओं की ओर से उपमुख्यमंत्री का पद गया के विधायक डॉ. प्रेम कुमार को देने की मांग है।
बता दें कि भाजपा के कई कार्यकर्ताओं का यह मानना है कि गया के नगर विधायक सीट पर लगातार सातवीं बार जीत हासिल कर के डॉ॰ प्रेम कुमार ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। इसके अलावा पूरे बिहार में उन्होंने लगातार अति पिछड़ों, गरीबों, दलितों व अल्पसंख्यकों को जोड़ने का काम भी बखूबी किया है।
यह कहना गलत नहीं होगा कि दक्षिण बिहार में भाजपा की रीढ को मजबूत करने में डॉ. प्रेम कुमार की भूमिका बहुत अहम रही है।
यही नहीं, विधायक डॉ. प्रेम कुमार के समर्थक लाबी उन्हें उप-मुख्य मंत्री बनाए जाने के लिए आशावान हैं। प्रेम कुमार नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। शुशील मोदी के राज्यपाल बनाके बिहार से बाहर भेजे जाने की चर्चा के बीच प्रेम कुमार वरिष्ट और मृदुभाषी मिलनसार जाने जाते हैं।
बताते चलें कि जन आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए डॉ. प्रेम कुमार को उपमुख्यमंत्री का पद दिया जाना संभव है ताकि वह बिहार का और बेहतर तरीके से सेवा कर सके।
प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट.