किसानों की 9वीं बैठक भी बेनतीजा.अगली बैठक 15 जनवरी को।सरकार के साथ किसानों की 9वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। 44 दिन से दिल्ली के दरवाजे पर आंदोलन कर रहे किसानों ने बैठक में तल्ख रुख अपनाया। बैठक में किसान नेताओं ने पोस्टर भी लगाए, जिन पर गुरुमुखी में लिखा था- मरेंगे या जीतेंगे। बैठक के बाद भी किसानों के तल्ख तेवर कायम रहे। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी माना, ‘50% मुद्दों पर मामला अटका हुआ है। इसलिए अगली बैठक 15 जनवरी को करने का फैसला लिया है।’दिल्ली। देश के सबसे बड़े न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन और कोरोना को लेकर चिंता जताई है। SC ने कहा की किसान आंदोलन भी मरकज की तरह कोरोना संक्रमण का एक बड़ा कारन ना बन जाए। मुख्य न्यायाधीश ने सॉलिसिटर जनरल के इस जवाब पर चिंता जताई की सभी किसान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे। आज किसान आंदोलन का 44वा दिन है। आज किसान दिल्ली के सभी बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली कर रहे है। किसानो का कहना है की आज की रैली तो तैयारी है 26 जनवरी के परेड की। अगर सरकार उनकी मांगो को नहीं मानती है तो 26 जनवरी को वो लाल किला तक परेड मार्च करेंगे। दिल्ली के सभी सीमाओ पर किसान अभी भी धरना पर डटे हुए है। सरकार और किसानो की बिच अभी तक 5 दौर की बैठक हो चुकी है और 6 ठे दौर की अगली बैठक कल यानि 8 जनवरी को विज्ञानं भवन में हुआ है। हालाँकि सरकार तो पूरी तरह से आश्वस्त लग रही है की कल की बैठक में कोई न कोई निष्कर्ष जरूर निकल आएगा लेकिन नहीं निकला. बाकि ये तो वक़्त ही बताएगा की 15 की बैठक में ऊट किस करवट बैठता है।
अनुज मिश्रा की रिपोर्ट.