जितेन्द्र कुमार सिन्हा,चंडीगढ़ , 07 जून ::ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) का गठन एक फरवरी 2021 को किया गया है, जिसका मकसद कायस्थ समाज के लोगों का राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक विकास करना है। जीकेसी के गठन के साथ ही धरातल पर काम करने वाले प्रतिभाशाली लोगों की टीम बनायी गयी है, जो सबका साथ और सबका विकास के साथ काम करने में कृत संकल्पित हैं।उक्त बातें निजी कंपनी में कार्यरत वरिष्ठ महाप्रबंधक वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने कही। वीरन्द्र श्रीवास्तव को ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) पंजाब और चंडीगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस मीडिया सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार ने बताया कि जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव रंजन जी एवं जीकेसी की प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन ने श्री वीरेन्द्र श्रीवास्तव को जीकेसी पंजाब और चंडीगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया है।जीकेसी अध्यक्ष राजीव रंजन, जीकेसी के प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन के प्रति आभार व्यक्त करते हुये वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी गयी है उसमें अपना शत प्रतिशत देने का प्रयास करेगे और कायस्थ समाज से जुड़े लोगों को आगे बढ़ानें मेंउनसे जहां तक संभव हो सकेगा उसमें अपना योगदान देंगे।उन्होंने यह भी बताया कि जीकेसी अपने सात मूल सिद्धांत सेवा, सहयोग, संप्रेषण, सरलता, समन्वय, सकारात्मकता और संवेदशनीलता को जीवन में आत्मसात करने पर जोर देती है। उन्होंने बताया कि 19 दिसंबर को तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली में विश्वकायस्थ महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम की तैयारी की नींव कायस्थ प्रगति मंच के सौजन्य से बदरपुर नई दिल्ली में रखी जा चुकी है। “दिल्ली चलो ” एक नारा नहीं बल्कि एक मिशन है और इसकी तैयारी के लिये जीकेसी की पूरी टीम अभी से तैयारी करने में लगी हुयी है। उन्होंने बताया कि देशभर के अधिकांश राज्य के साथ ही कई मुल्कों में भी कायस्थ समाज से जुड़े लोग जीकेसी में शामिल हुये हैं। जीकेसी के सिद्धांतों से प्रभावित होकर कई कायस्थ संगठनों ने जीकेसी में विलय किया है। उन्होने बताया कि जीकेसी की ओर से डिजिटल एवं कम्युनिकेशन विभाग, आईटी विभाग, युवा संभाग, कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ, मीडिया सेल, महिला संभाग, राजनीति प्रकोष्ठ, प्रक्षिक्षण विभाग,योगा एवं फिटनेस विभाग, सलाहकार समिति, चित्रांश चेंबर्स ऑफ कॉमर्स, क्रीडा प्रकोष्ठ, विधि प्रकोष्ठ, मार्गदर्शक मंडल आदि प्रकोष्ठों का भी गठन किया गया है जिससे इन क्षेत्रों में कार्य कर रहे लोगों को जोड़ने के साथ-साथ उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा ।समय-समय पर विविध आयोजनों के जरिए समाज के भीतर छुपी हुई प्रतिभा को उचित मंच और अवसर प्रदान किया जाएगा ।इसके लिए संगठन की ओर से व्यापक रूपरेखा भी बनाई गई है।