कौशलेन्द्र पाराशर की विशेष रिपोर्ट /प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर से भारतवासियों की लड़ाई जारी है और हम निश्चित जीतेंगे.दुनिया के अनेक देशों की तरह भारत भी इस लड़ाई के दौरान बहुत बड़ी पीड़ा से गुजरा है. हममें से कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, ऐसे लोगों के साथ मेरी पूरी संवेदना है. साथियो बीते 100 वर्षों में आई से ये सबसे बड़ी महामारी है. इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी थी और न अनुभव की थी.इतनी बड़ी वैश्विक महामारी से हमारा देश कई मोर्चों पर एकसाथ लड़ा है. कोविड अस्पताल बनाने से लेकर आईसीयू, वेटिंलेटर से टेस्टिंग लैब का नेटवर्क तैयार किया गया. दूसरी लहर में मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी. भारत के इतिहास में इतनी ऑक्सीजन की जरूरत महसूस नहीं की गई थी. इस जरूरत को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया गया, ऑक्सीजन रेल, एयरफोर्स विमान, नौसेना के जहाज को लगाया गया.18 साल से ऊपर के लोगों को केंद्र की ओर से मुफ्त वैक्सीन लगेगी.एक अच्छी बात रही कि समय रहते राज्य पुनर्विचार की मांग के साथ फिर आगे आए। राज्यों की इस मांग पर हमने भी सोचा कि देशवासियों को तकलीफ न हो। सुचारु रूप से उनका वैक्सीनेशन हो। इसके लिए 16 जनवरी से अप्रैल अंत वाली व्यवस्था को फिर लागू किया जाए। आज ये फैसला लिया गया है कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा जो 25% काम था, उसकी जिम्मेदारी भारत सरकार उठाएगी। ये व्यवस्था दो हफ्ते में लागू की जाएगी।केंद्र और राज्य सरकार मिलकर नई गाइडलाइन के अनुसार जरूरी तैयारी कर लेगी। संयोग है कि 21 जून को ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी है। 21 जून सोमवार से देश के हर राज्य में 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। वैक्सीन निर्माताओं से कुल उत्पादन का 75% हिस्सा खुद खरीदकर राज्य सरकार को मुफ्त देगी। किसी भी राज्य सरकार को वैक्सीन को कुछ भी खर्च नहीं करना होगा।नवंबर तक 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज,दशवासियों टीकाकरण के अलावा आज एक और बड़े फैसले से अवगत कराना चाहता हूं। पिछले साल जब लॉकडाउन लगाना पड़ा तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ देशवासियों को 8 महीने तक मुफ्त राशन दिया गया। दूसरी वेव के कारण मई और जून के लिए भी ये योजना बढ़ाई गई। आज सरकार ने फैसला लिया है कि इस योजना को अब दीपावली तक आगे बढ़ाया जाएगा। सरकार गरीब की हर जरूरत के साथ उसका साथी बनी है। नवंबर तक 80 करोड़ गरीबों को तय मात्रा में मुफ्त अनाज उपलब्ध होगा। मेरे किसी भी गरीब भाई-बहन को, उसके परिवार को भूखा नहीं सोना पड़ेगा।